मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौसी को अंतिम संस्कार में जाने से रोका।
सहारनपुर/रुड़की 20 अप्रैल 2020 (हि. डिस्कवर)।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए सहारनपुर से उनके पैतृक गांव पंचुर पौड़ी गढ़वाल जा रही मुख्यमंत्री की मौसी सरोज देवी व उनके पुत्र सत्येंद्र सिंह बिष्ट को भगवानपुर रोड पर काली नदी पुलिस चौकी उत्तराखंड बॉर्डर पर रोक दिया गया, जबकि उन्हें अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व विनोद कुमार द्वारा पौड़ी तक जाने के लिए पास जारी किया गया था।
उत्तराखंण्ड के हरिद्वार जिले के रुड़की भगवानपुर पुलिस चौकी पर तैनात चौकी इंचार्ज प्रदीप रावत ने यह कहते हुए उन्हें वापस लौटा दिया कि उत्तराखंड में किसी भी बाहरी वाहन को प्रवेश नहीं दिया जाय ऐसे उनके उच्चाधिकारियों के आदेश हैं।
सूत्रों का कहना है कि सतेंद्र सिंह बिष्ट द्वारा सम्बंधित दरोगा को समझाने की लाख कोशिश की गई व उन्होंने चौकी इंचार्ज को सहारनपुर प्रशासन द्वारा जारी किया गया पास भी दिखाया।
सतेंद्र ने पंचुर गांव स्थित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के परिजनों से भी चौकी इंचार्ज की बात करवानी चाही लेकिन चौकी इंचार्ज ने वक न सुनी व उन्हें उच्चाधिकारियों के आदेशों का हवाला देते हुए प्रवेश देने से साफ इंकार कर दिया। आखिरकार निराश होकरउनकी माता और वह वापस अपने सहारनपुर अपने घर लौटना पड़ा।
वहीं बताया जा रहा है कि जब इस बात की जानकारी जिला प्रशासन हरिद्वार को लगी तो बाद में जिला प्रशासन के हस्तक्षेप पर उन्हें दूसरा पास जारी किया गया। सहारनपुर के जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने बताया कि पास होने के बावजूद मुख्यमंत्री योगी की मौसी सरोज देवी को उत्तराखण्ड में दाखिल होने से रोका गया था। इसके बाद उन्हें फिर से नया पास जारी किया गया। उत्तराखण्ड के अधिकारियों से बात करके समस्या सुलझा लिया।
सरोज देवी ने भरे गले से जानकारी देते हुए बताया कि हमारे गांव फोन करने पर भी फोन नहीं उठा तो पुलिस विभाग वाले भी मजबूर दिखे। उन्होंने कहा अंतिम संस्कार में शामिल होने सिर्फ भाई बहन ही जा सकते हैं, यह सुनकर मुझे बहुत दुःख हुआ।
