हाथ में एके 47 लिए जवान पत्थर की जगह अब खा रहे हैं थप्पड़! जाने कब तक ली जायेगी उनके सब्र की परीक्षा!
हाथ में एके 47 लिए जवान पत्थर की जगह अब खा रहे हैं थप्पड़! जाने कब तक ली जायेगी उनके सब्र की परीक्षा!
कश्मीर (हि. डिस्कवर)
कश्मीर में जवानों की दशा..हाथ में एके 47 और खा रहे गालियाँ! चाहते तो कईयों को भून डालते लेकिन लोकतंत्र और देश की आन-बान शान के लिए धैर्य रखे हुए हैं. हमारे नेताओं का धैर्य कब इस मामले में जागेगा यह कहना जरा कठिन है. क्या कश्मीर में तैनात सीआरपीएफ व सेना के जवानों को देश की सेवा का ऐसा ही सिला मिलता रहेगा? जान हथेली पर रखकर आतंकियों से मोर्चा लेने वाले जवानों पर देशद्रोही जब चाहें पत्थर चला दें या लात-घूसें बरसा दें लेकिन उनसे अपेक्षा हमेशा संयम की ही क्यों की जाती है। श्रीनगर लोकसभा उप चुनाव के दौरान बडगाम में ईवीएम लेकर लौटते सीआरपीएफ के जवानों को जिस अपमान का सामना करना पड़ा, उससे पूरे देश का सिर झुक गया।
एक वीडियो में मुट्ठी भर देशद्रोही जवानों को गालियां देते व थप्पड़ मारते नजर आते हैं। इतने पर भी जी नहीं भरा तो लात भी चलाई लेकिन जवानों का संयम देखिए, उन्होंने उफ तक नहीं की। हाथ में एके 47 लिए जवान चाहते तो वहां लाशें बिछ सकती थीं लेकिन किसी ने भी सब्र नहीं खोया और अपमान का घूंट पीकर वहां से चले गए।
जब वीडियो वायरल हुआ तो सरकार की आंखे खुलीं। सीआरपीएफ के आईजी ने वीडियो जम्मू कश्मीर पुलिस को सौंपा जिसके बाद एफआईआर दर्ज कर ली गई। आईजी का कहना है कि उस वक्त ईवीएम की सुरक्षा महत्वपूर्ण थी। जवानों को जैसा निर्देश दिया था, उन्होंने उसी का पालन किया। यह वीडियो दो दिन से मीडिया में छाया हुआ है। हर तरफ कश्मीरी युवकों के इस हरकत की निंदा हो रही है।
वायरल वीडियो में कश्मीरी युवक ड्यूटी पर से लौटते जवानों को देखकर ‘गो इंडिया गो बैक’ का नारा लगाते और बदसूलकी करते नजर आ रहे हैं। एक दर्जन से अधिक संख्या में मौजूद युवक जवानों को घेर लेते हैं। हाथ में ईवीएम लिए जवानों को पीछे से थप्पड़ मारा जाता है। धक्का दिया जाता है और फिर गालियां भी बकी जाती हैं। इतने में एक युवक जवान के हेलमेट पर लात मार देता है। हेलमेट दूर जाकर गिरता है लेकिन जवानों ने सब्र नहीं खोया और वहां से चुपचाप चले आए। सीआरपीएफ की तरफ से बाद में बयान दिया गया कि वहां पर हम कमजोर नहीं हैं बल्कि लोकतंत्र को बचाने की कोशिश कर रहे है!
आखिर कहाँ है वो जो टीवी पर टोलरेंस के मामले में बड़े बड़े ब्याख्यान देते नजर आते हैं. कब तक जवान अपने ही देश में ऐसी जिल्लत झेलता रहेगा. एके 47 हाथ में लिए इन जवानों का सब्र तो देखिये, गालियाँ खाते रहे, पीछे से थप्पड़ भी खाया, लात भी सही लेकिन सब्र नहीं खोया. क्या विपक्ष इस मामले में सरकार का सहयोग करेगा या फिर हंगामा! आज वह हंगामा क्यों नहीं जब जवानों को इस तरह बेइज्जत किया जा रहा है. कहीं न कहीं हमारे इस प्रजातंत्र में बहुत बड़ा छेद है जिसे भरने के लिए कठोर कदम उठाने ही होंगे.
https://www.youtube.com/watch?v=mTNbq1C5lFM
our platform