13वें वित्त के अंतर्गत पेयजल सम्बन्धी व्यवस्थाओं पर पेयजल मंत्री ने जताई नाराजगी।

देहरादून 27 अप्रैल 2018 ( हि. डिस्कवर)
पेयजल मंत्री प्रकाश पन्त द्वारा अमृत, ए0डी0बी0 तथा 13वें वित्त आयोग के अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में कराये जा रहे निर्माण कार्यों की वित्तीय एवं भौतिक प्रगति की समीक्षा की गई। प्रकाश पन्त  द्वारा अमृत योजना के अन्तर्गत अवमुक्त धनराशि के सापेक्ष व्यय की गई धनराशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र नगर निगम को निर्धारित प्रारूप पर उपलब्ध न कराये जाने के कारण नाराजगी प्रकट की गई तथा सचिव, पेयजल, प्रबन्ध निदेशक, पेयजल निगम को निर्देशित किया गया कि तीन दिनों के अन्तर्गत व्यय की गई धनराशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र निर्धारित प्रारूप पर योजनावार उपलब्ध कराया जाए तथा नगर निगम को निर्देशित किया गया कि उक्त कार्यों हेतु उपलब्ध अवशेष धनराशि भी यथाशीघ्र जल निगम को उपलब्ध करा दें।
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पेयजल मंत्री प्रकाश पन्त द्वारा यह भी निर्देश दिए गए कि उक्त अवशेष धनराशि का उपयोग सर्वप्रथम सड़क मरम्मत के कार्यों हेतु किया जाए ताकि आम जन-मानस को किसी भी प्रकार कोई असुविधा न होने पाये। बैठक के दौरान मा0 मंत्री जी के सम्मुख मा0 विधायकगणों द्वारा संज्ञान में लाया गया कि अधिकतर क्षेत्रों में बिछाई गई पाईप लाईन एवं सीवर लाईन की कनेक्टिविटी न होने के कारण जनता को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इस सम्बन्ध में निर्देश दिए गए कि सर्वप्रथम पूर्व से निर्मित कार्यों को उपयोगी बनाने हेतु छूटे हुए गैप ;डपेपदह स्पदोद्ध को पहले पूर्ण किया जाये तथा शीघ्र हाऊस कनैक्शनों के कार्य करते हुए योजना को जन उपयोगी बनाया जाये।
जिन क्षेत्रों में सीवर लाईन बिछाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है ऐसी लाईनों को तत्काल एस0टी0पी0 से जोड़े जाने के निर्देश दिए गए हैं। मा0 विधायकगणों द्वारा यह भी संज्ञान में लाया गया है कि कुछ क्षेत्रों हेतु जो एस0टी0पी0 के कार्य निर्मित हो गए हैं उनमें पूर्ण सीवर नहीं आ रहा है, इस कारण एस0टी0पी0 का पूर्ण उपयोग नहीं हो पा रहा है। अतः इस सम्बन्ध में निर्देशित किया गया है कि जिस क्षेत्र में सीवर लाईन पुरानी एवं क्षतिग्रस्त हो गई है, ऐसे क्षेत्रों को ए0डी0बी0 से वित्त पोषण हेतु प्रस्तावित किया जाये। इस हेतु भविष्य में अवशेष क्षेत्रों में प्रस्तावित सीवर लाईन हेतु मास्टर प्लान पेयजल निगम द्वारा तैयार किया जाये, जिसमें निर्मित एवं निर्माणाधीन एस0टी0पी0 का सम्पूर्ण उपयोग हो सके तथा सम्पूर्ण नगर क्षेत्र सीवर व्यवस्था से आच्छादित हो सके।
मेयर विनोद चमोली द्वारा अवगत कराया गया कि देहरादून में अमृत कार्यों हेतु डेडीकेटेड युनिट का गठन नहीं किया गया है जिस कारण कार्यों के अनुश्रवण में नगर निगम, देहरादून को कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। यदि, एक से अधिक डेडीकेटेड यूनिट खोलनी आवश्यक हो तो अमृत कार्यों हेतु पृथक से अधीक्षण अभियन्ता/महाप्रबन्धक स्तर का अधिकारी नियुक्त किया जाये जिस पर मा0 मंत्री जी द्वारा सहमति प्रदान की गई। बैठक में मेयर  विनोद चमोली,  विधायक हरबन्श कपूर,  खजान दास, उमेश शर्मा ‘काऊ’ तथा अरविन्द सिंह हयांकी, सचिव, पेयजल,  अपर सचिव चन्द्रेश कुमार, नगर आयुक्त, प्रबन्ध निदेशक, पेयजल निगम, अधीक्षण अभियन्ता  एन0एस0 बिष्ट,  एस0सी0 पन्त सहित जल संस्थान, लोक निर्माण विभाग, नगर निगम के अधिकारी उपस्थित थे।
 

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