10वीं जापान इंटरनेशनल को-ऑपरेशन एसोसिएशन(जायका) राष्ट्रीय कार्यशाला का विधिवत शुभारम्भ!

मसूरी (देहरादून) 11 अप्रैल 2018 (हि. डिस्कवर)

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने  मसूरी के एक स्थानीय होटल में 10वीं जापान इंटरनेशनल को-ऑपरेशन एसोसिएशन(जायका) राष्ट्रीय कार्यशाला का विधिवत शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री  द्वारा अखरोट की बागवानी एवं अवनत वनों के सुधारीकरण पर पुस्तिकाओं का विमोचन भी किया गया।
10वीं जापान इंटरनेशनल कोआॅपरेशन एसोसिएशन (जायका)  राष्ट्रीय कार्यशाला के आयोजन पर 13 राज्यों के प्रतिनिधियों तथा भारत सरकार के अधिकारियों को बधाई व शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जंगलो के संरक्षण व संर्वद्धन में कार्यशाला व प्रशिक्षण की महत्वपूर्ण भूमिका है। कार्यशाला में साझा किए गए अनुभव व ज्ञान से विभागीय प्रगति के लिए काम किए जाते है। कार्यशाला के माध्यम से जंगलों की गतिविधियों के संचालन व संरक्षण  में सहायता मिलती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में लगभग 11000 वन पंचायतें है। जायका द्वारा भी वन पंचायतों को वित्तीय सहायता दी जाती है। राज्य में भूमि क्षरण की समस्या अधिक है क्योंकि राज्य का हिमालयी क्षेत्र दलदली है। जापान इंटरनेशनल कोआॅपरेशन ऐसोसिएशन (जायका) द्वारा दी जा रही तकनीकी सहयोग से भू क्षरण रोकने में सहायता मिलेगी। जायका की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन द्वारा वन सरंक्षण, भू-क्षरण रोकने तथा मिटटी की गुणवत्ता में सुधार व मिट्टी में खनिजो की कमी को पूरा किया जा सकेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में वनाग्नि की समस्या को रोकने के लिए जागरूकता व सामाजिक सहभागिता को बढ़ाना होगा। स्कूली छात्र-छात्राओं में वनों के प्रति अपनत्व व दायित्व बोध पैदा करना होगा। सिविक सेन्स की तरह ही बच्चों में स्कूली जीवन से ही जंगलों के प्रति उत्तरदायित्व की भावना विकसित करनी होगी। वन अधिकारियों को स्कूलों में जाकर बच्चों से वनों के महत्व व सरंक्षण पर चर्चा करनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा देहरादून में रिस्पना व अल्मोड़ा में कोसी नदी के पुनर्जीवीकरण हेतु अभियान शुरू हो गया है। रिस्पना के पुनर्जीवीकरण के लिए एक दिन में उद्गम से संगमत क वृक्षारोपण और साफ सफाई लक्ष्य तय किया है। इसमें व्यापक जन भागीदारी सुनिश्चत की जाएगी। यह अभियान पूरे देश के लिए संदेश देने का काम करेगा।
वन मंत्री डाॅ.हरक सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड में वनों के सरंक्षण में ग्रामीणों की महत्वपूर्ण भूमिका है। वनों के प्रति लगाव हमारी संस्कृति का हिस्सा रहा है। कार्यक्रम को वन मंत्री डाॅ.हरक सिंह रावत, विधायक श्री गणेश जोशी ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर विधायक मुन्ना सिंह चौहान, अपर मुख्य सचिव रणवीर सिंह, महानिदेशक वन मंत्रालय सिद्वांत दास, जापान इंटरनेशनल कोआॅपरेशन एसोसिएशन(जायका) के प्रतिनिधि पोरी ईमाची भी उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *