होली पर गुलाल की जगह गुलाब बरसा!न्यूज चैनल ने की नई शुरुआत!
(मनोज इष्टवाल)
होली हो व होली के गुलाल की जगह गुलाब की पंखुड़ियां बरसनी शुरू हो जाएँ तो आपको कैसा लगेगा? ऐसा ही राजधानी देहरादून में हुआ! अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर अपनी भागीदारी निभाते हुए देहरादून के एक न्यूज़ चैनल समूह (नेपाल-1, एपीएन व नेटवर्क 10) द्वारा होली मिलन कार्यक्रम के अवसर पर कुछ ऐसा अनूठा कर डाला कि पंडाल में बैठे लोग वाह कर बैठे!
इस टीवी न्यूज़ समूह ने कार्यक्रम की खूबसूरती में सबसे पहले तो यह बड़ा काम किया कि अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर राजधानी क्षेत्र की लगभग 8-10 महिलाओं टीम होली गायन के लिए बुलाई थी जिनमें गढवाली , कुमाउनी, गोरखाली टीमें प्रमुख थी! जिन्होंने अपनी अपनी विधा के गीतों को गाकर व नृत्य से सबका मन मोह लिया!

इस दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित सामूहिक होली कार्यक्रम में शिरकत की। उन्होंने अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सबको शुभकामनाएं देते हुए कहा कि महिला सशक्तिकरण की बात तभी सफल है जब हम उन्हें आर्थिक तौर पर सबल बनाएंगे। वह किसी के सहारे न रहे । वहीँ गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने को उन्होंने जनभावना का सम्मान बताते हुए कहा कि यह उत्तराखंड राज्य की परिकल्पना का सच्चा माध्यम है।
उन्होंने कहा कि समाज से छुआ – छूत जैसी बुराइयों को भी समाप्त करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के निर्माण में सभी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम राज्य की आर्थिकी को मजबूत करते हुए उत्तराखण्ड की विकास में अपनी भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि गैरसैण को जनभावना और विकास के लिए ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया गया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत , जगत गुरु संत शंकराचार्य शंकराचार्य राजराजेश्वराश्रम, अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरिगिरी महाराज परमार्थ निकेतन के पीठाधीश्वर चिदानंद मुनी महाराज, भाजपा के संगठन प्रदेश महामंत्री अजय कुमार और मुख्यमंत्री के औद्योगिक सलाहाकार डा के एस पवार ने दीप प्रजव्विलत कर कार्यक्रम की शुरुआत की। संतों ने लोगों को अपनी शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम के सबसे खूबसूरत पल तब देखने को मिले जब कार्यक्रम के अंतिम चरण में गुलाल की जगह समाचार चैनल समूह की टीम ने गुलाब की पंखुड़ियों को बरसाकर होली खेली! यह उत्तराखंड के किसी समाचार चैनल समूह द्वारा किया गया अनूठा प्रयोग कहा जा सकता है क्योंकि जहाँ एक ओर कोरोना वायरस ने पूरे विश्व की चिंताएं बढ़ा रखी हैं वहीँ अबीर-गुलाल में एसिड पदार्थों की शिकायतें मिलनी आम सी बात है जो चेहरे या बदन के लिए नुक्सानदायक साबित हो सकता है! गुलाल की जगह गुलाब परम्परा को जीवंत करने के साथ इस समूह ने प्रदेश को यह नयी किस्म की होली दे दी जिसका भविष्य में प्रभाव पढ़ना सम्भव है! कांग्रेस कार्यालय में भी फूलों से होली खेली गयी जो एक शुभसंकेत है क्योंकि हम पर्वतीय प्रदेश के लोग पर्यावरण व प्रकृति के रक्षक के रूप में भी जाने जाते हैं! बहरहाल यह अनूठा प्रयास सबको पसंद आया!
आयोजन में डी एस पंवार ने अतिथियों को पहाडी टोपियां देकर सम्मानित किया। इस आयोजन में मुख्यमंत्री और संतों ने लोगों के साथ मिलकर फूलों की होली खेली । कार्यक्रम में रेखा धस्माना और उनके साथी, मौल्यार टीम , गोर्खाली सुधार सभा , कुमाऊं सांस्कृतिक परिषद, चंद्रदत्त सुयाल टीम, डा. माधुरी बड्थ्वाल का नौ नारायणी दुर्गा टीम , मीना सकलानी टीम जैसे सांस्कृतक दलों ने अपना कार्यक्रम प्रस्तुत किया। आयोजन में कवियों ने हास्य कविताएं सुनाई। जसवीर सिंह हलधर, श्रीकांत जसवीर सिंह हलधर, वीरेंद्र डंगवाल पार्थ, अवनीश मलासी सुभाष बडथ्वाल ने अपनी कविताएं सुनाई। जबकि दो अन्य टीमों को अपनी प्रस्तुती देने का समय नहीं मिल पाया! कार्यक्रम में महापौर सुनील उनियाल गामा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सूर्यकांत धस्माना चंद्रकांत केतुरा जैसे कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। इस कार्यक्रम का संचालन चैनल के संपादक परविंदर गोस्वामी ने किया।