हिंदुत्व के लिए संजय थपलियाल का सिखों ने किया सम्मानित!
(मनोज इष्टवाल)
कई मर्तबा व्यक्ति उस अवधारणा से काफी ऊपर उठ जाता है जब उसके कार्यों का आंकलन होना शुरू होता है! ऐसा ही कुछ बजरंग दल के एक सिपाही के रूप में हिंदुत्व की अलख जगाने वाले संजय थपलियाल के साथ भी हुआ! विगत दिनों गुरुकुल कांगड़ी के संस्थापक स्वामी श्रद्धानंद जी के बलिदान दिवस के अवसर पर आर्य समाज और विश्व हिंदू परिषद धर्म प्रसार के संयुक्त तत्वाधान में मालवीय उद्यान में किए गए कार्यक्रम में सिख समाज को गुरु गोविंद सिंह जी की जयंती के पर आमंत्रित किया गया था! जिसमें कोटद्वार स्थित बड़े गुरु द्वारे के मुख्य ग्रंथि श्री कमलजीत सिंह द्वारा हिंदुत्व के क्षेत्र में किए गए कार्य को देखते हुए संजय थपलियाल को सम्मानित किया गया एवं विश्व हिंदू परिषद आर्य समाज और एक समाज को एक मंच पर लाने के लिए यह दिया गया!
शायद यह पहला अवसर है जब कोटद्वार में ऐसे संयुक्त कार्यक्रम में एक धर्म के अनुयायियों द्वारा दूसरे धर्मानुयायी को सम्मानित किया गया है! बजरंग दल के संजय थपलियाल ने दूरभाष पर वार्ता के दौरान बताया कि गुरूद्वारे के मुख्यग्रंथी श्री कंवलजीत जी द्वारा उन्हें सिरोपा भेंट किया गया जिसे पाकर मैं वास्तव में गौरान्वित महसूस कर रहा हूं.
ज्ञात हो कि संजय थपलियाल आये दिन हिन्दू व हिंदुत्व के लिए लगातार अपनी सक्रियता के लिए न सिर्फ कोटद्वार में बल्कि सम्पूर्ण उत्तराखंड में काफी लोकप्रिय हैं. संजय लव जेहाद जैसे मामलों को लेकर बेहद संजीदगी से अपने धर्म की पैरवी करते हैं. मंदिर तोड़ने की घटना हो या सामाजिक गतिविधियों में अपने सक्रियता संजय की हर बार आवाज बुलंद रही! यही कारण भी रहा कि वे प्रशासन की आँखों में खटकते रहे और उन पर केस भी दर्ज हुए लेकिन उन्होंने तब भी हिम्मत नहीं हारी! उनका कहना है हिंदुत्व की बात करना या रखना कोई साम्प्रदायिकता नहीं है. यह हमारा समाज है और हमें समाज को जागृत करते रहने के लिए चौकीदार की भूमिका तो निभानी ही पड़ेगी!संजय थपलियाल जितने अपने धर्म की रक्षा के लिए निर्मम दीखते हैं उतने ही दयालु व सामाजिक तानों बानों में उनकी सक्रियता बेमिशाल है! ऐसे व्यक्तित्व को मेरा सलूट