स्वरांजलि मिनी हिन्दुस्तान से कम नहीं- मधु चौहान

स्वरांजलि मिनी हिन्दुस्तान से कम नहीं- मधु चौहान
विकास नगर 23 अप्रैल (हि. डिस्कवर)

स्वरांजलि संगीत विद्यालय भीमावाला के द्वीतीय बार्षिकोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए क्षेत्र की समाजसेवी व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चौहान ने कहा कि स्वरांजली संगीत विद्यालय अपने आप में एक मिनी हिंदुस्तान है क्यंकि इसमें अध्ययनरत छात्र-छात्राओं का हुनर ही कुछ ऐसा है जिसे देखकर आप कभी पंजाब तो कभी उत्तरप्रदेश कभी जौनसार तो कभी गुजरात पहुँच जाते हैं. उन्होंने विद्यालय की संस्थापक शान्ति वर्मा तन्हा की खुले मन से तारीफ़ करते हुए कहा है कि शान्ति ने जिस मुकाम पर एक छोटे से क्षेत्र से उठकर अपने विद्यालय को पहुंचाया है वह काबिलेतारीफ है.
 
मधु चौहान ने कहा कि वर्तमान में भौतिकवाद को देखते हुए यह बहुत जरुरी भी है कि हमारी पीढ़ी आगामी समय में अपनी लोकसंस्कृति एवं लोक समाज के लिए काम करे और यह तभी संभव भी है जब संगीत आपकी रगों में रचा बसा हो.
वहीँ विशिष्ट अतिथि  डी.एस रावत ने कहा कि बिना संगीत के दुनिया वीरान सी होती है संगीत ही एक ऐसी विधा है जो आपको जीने की कला सिखाती है. उन्होंने  मातृशक्ति को प्रणाम करते हुए कहा कि जिस विद्यालय ने शान्ति वर्मा जैसी संस्थापक व विमला भंडारी जैसी प्रधानाचार्य दी हुई हो भला उस विद्यालय में कौन माँ बाप अपने बच्चों को दाखिला नहीं दिलाना चाहेगा.
आपको बता दें कि विगत 5 अप्रैल 2015 में स्वरांजलि की विधिवत स्थापना के समय विद्यालय में मात्र 12 छात्र- छात्राओं से विद्यालय को शुरू किया गया था शुरूआती परेशानियों के बावजूद शान्ति वर्मा ने हिम्मत नहीं हारी और भाग्यवश उन्हें प्रधानाचार्य के रूप में बिमला भंडारी जैसी प्रधानाचार्य मिल गयी जो शास्त्रीय गायन, वादन व लोकगायन की बेहद कुशल गुरु हैं. वह लगभग हर साज को बजाना जानती हैं. और यही कारण भी है कि मात्र दोबर्षों में विद्यालय परिवार में लगभग 220 छात्र-छात्राएं विभिन्न विधाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं.
विगत बर्ष हुई परीक्षा में विद्यालय का परीक्षाफल शत प्रतिशत रहा है. विद्यालय की संस्थापक शान्ति वर्मा तन्हा ने बताया कि प्रयाग संगीत समिति द्वारा मान्यताप्राप्त उनका स्वरांजली संगीत विद्यालय संगीत में नृत्य एवं गायन, कत्थक, भरतनाट्यम, हारमोनियम, ढोलक, तबला, मृदंग, सितार, बांसुरी के साथ साथ आधुनिक वाद्य-यंत्र जैसे सिंथेसाइजर, पियानों, पखावज, मेंडोलिन, गिटार, बेन्जो, ड्रम, पैड, कांगो इत्यादि पर प्रशिक्षण दे रहा है.
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही आकाशवाणी नजीबाबाद की पूर्व संगीत संयोजक माधुरी बडथ्वाल ने कहा कि वह विगत दो बर्षों से विद्यालय के कार्यकाल को देखती आ रही हैं. उन्हें ख़ुशी है कि यहाँ के छात्र-छात्राएं बेहद कुशाग्र हैं और इन दो बर्षों में विद्यालय ने न सिर्फ संगीत व वादन के क्षेत्र में अपितु नृत्य के क्षेत्र में भी काफी तरक्की की है. विभिन्न शास्त्रीय, लोकगायन व नृत्यों की शमां बांधने वाले इस वार्षिकोत्सव में इस बार नृत्य कला में फ्यूजन का अनूठा प्रयोग देखने को मिला वहीँ दूसरी ओर विद्यालय के लगभग 35 छात्र – छात्राएं विभिन्न विधाओं में पुरस्कृत किये गए.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चौहान, कार्यक्रम की अध्यक्ष डॉ. माधुरी बडथ्वाल, अति विशिष्ट अतिथि डी.एस रावत, राजेश जौनसारी, कल्पना जौनसारी, उद्योगपति लक्षमण सिंह रावत, उद्योगपति शेर सिंह नेगी, समाजसेवी नेम चंद जैन, समाजसेवी पुष्पेन्द्र त्यागी, भाजपा नेत्री राकुमारी  गढ़ बैराट के सम्पादक भारत चौहान, फिल्म लेखक बिशाल नैथानी, वरिष्ट पत्रकार व फिल्म निर्देशक मनोज इष्टवाल, साहित्कार श्रीचंद शर्मा, साहित्यकार कुसुम कनौजिया, समाजसेवी उर्मिला नेगी, सरोज बाला, भास्कर चुग, समाजसेवी अनिता, पूनम नेगी इत्यादि मौजूद थे.
 

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