सोशल मीडिया में गरमाई खबर ! डॉ. हरक सिंह रावत ने व्यक्त किया आश्चर्य..!

देहरादून 15 मई. (हि. डिस्कवर)
सोशल मीडिया ने एक बार फिर डॉ. हराक सिंह रावत के एक वक्तब्य का कान मरोड़कर राजनीतिक गलियारों  में असंतोष की चिंगारी सुलगा दी. यही नहीं सचिवालय हो या विधान सभा या फिर मीडिया ! हर ओर डॉ. हराक सिंह रावत की यह चर्चा होने लगी कि उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की कार्यशैली पर असंतोष व्यक्त किया है.
सोशल साईट पर छाए पोर्टलों में किसी ने लिखना शुरू कर दिया त्रिवेंद्र रावत से हरक सिंह का मोह्भंग तो किसी ने डॉ. निशंक व हरीश रावत की तारीफ़ कर हरक सिंह ने अपनी हि सरकार को कठघरे में खडा किया.;
न जाने ऐसी कितनी बातें एक घंटे के अन्दर ही सोशल मीडिया में आग की तरह फैली और मीडिया कर्मी अपने कैमरे उठाकर डॉ. हरक सिंह रावत की ढूंढ में निकल पड़े. एक पोर्टल ने लिखा है कि -”

लगता है भाजपा से हरक सिंह रावत का मोह भंग हो गया है। आज देहरादून के नगर निगम में हरक सिंह रावत ने ऐसा बयान दिया है जो मुमकिंन है सूबे की TSR सरकार और केंद्र की मोदी सरकार को असहज कर दे।
गौरतलब है कि अभी TSR सरकार को तीन महीने पूरे नहीं हुए तीन दिन बाकी हैं बावजूद इसके जज्बाती हरक सिंह रावत ने बड़ा बयान दिया है। हरक ने कहा कि उत्तराखंड अलग राज्य बनने का कोई फायदा नहीं हुआ है। हमने उत्तराखंड मांग कर गलती की है। वहीं हरक ने आज उन दोनों नेताओं भी विकास करने में सक्षम बताया जिनसे कभी उनका 36 का रिश्ता रहा है।
बहरहाल हरक सिंह ने कहा कि प्रदेश का विकास सिर्फ दो ही नेता कर सकते थे। डा. रमेश पोखरियाल निशंक और दूसरे हरीश रावत। कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि भाजपा ने डबल इंजन मांगा था और उत्तराखंड की जनता ने मजबूत इंजन दिया। बावजूद इसके केंद्र का इंजन कमजोर दिखाई दो रहा है।
माना जा रहा है कि हरक ने केंद्र के इंजन के बहाने मौजूदा सीएम त्रिवेंद्र रावत पर सवाल उठाया है। क्योंकि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के लिए भाजपा आलाकमान की पसंद की कसौटी पर त्रिवेंद्र रावत फिट बैठे।”
अब जबकि यह सब सोशल मीडिया में छाने लगा तब हिमालयन डिस्कवर की टीम ने प्रदेश के कद्दावर नेता वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत से इस सम्बन्ध में जानकारी चाही! डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि सोशल साईट पर लिखने वाले पहले मेरा वक्तब्य इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार मित्रों से वीडियो के जरिये सुन व देख लें सब सामने आ जाएगा. उन्होंने बताया की उन्होंने सिर्फ डॉ. निशंक या हरीश रावत के बारे में हि बात नहीं की बल्कि अब तक के सभी मुख्यमंत्रियों के बारे में चर्चा की थी.
उन्होंने कहा कि किसी राष्ट्रीय नेता ने उनसे पूछ लिया था कि उत्तराखंड गति क्यों नहीं पकड रहा है या पिछड़ क्यों रहा है. तब उन्होंने जवाब दिया था कि डॉ. निशंक एक अच्छी उम्र में मुख्यमंत्री बन गए थे लेकिन उसे वे समय रहते संभालने में कामयाब नहीं रहे जबकि उनमें नेतृत्व क्षमता है. वहीँ उन्होंने हरीश  रावत के बारे में कहा था कि उनके पास सब कुछ होते हुए भी उनके आस-पास के माहौल ने उन्हें किसी लायक नहीं रखा. अब सोशल मीडिया इस बात को अपने तरीके से तरोड मरोड़ कर पेश करे तो वह क्या कह सकते हैं.
बहरहाल इस सारे प्रकरण ने सुस्ताये से उत्तराखंड की राजनीति में आज अचानक कुछ घंटे के लिए मौसम की तरह बेहद गर्मी ला दी थी. यह भी सच है कि प्रदेश जिस चाल से आगे बढ़ रहा है वह प्रदेश वासियों को असमंजस की स्थिति में डाले हुए है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *