सांसद आदर्श गांव सूफी में आज भी कई परेशानियां। अजय टम्टा लगातार नजर रखे हुए हैं।

बागेश्वर 3 जुलाई (हि. डिस्कवर)
जनपद बागेश्वर के विकास खण्ड कफकोट के सूपी गांव को 2014 में सांसद बनने के बाद इस क्षेत्र के सांसद अजय टम्टा द्वारा गोद लेने के बाद से लेकर अब तक इन तीन सालों में गांव तक सड़क तो पहुंच गई है लेकिन उसका डामरीकरण नहीं हो पाया है। पिंडारी ग्लेशियर ट्रेकिंग रूट पर पड़ने काले इस गांव की कुल आबादी लगभग 2300 के आस पास है।

वर्तमान में केंद्र सरकार में राज्य मंत्री इस क्षेत्र के सांसद अजय टम्टा अभी तक इस गांव में 4 या 5 बार आ चुके हैं। भले ही पर्यटकों की सुविधा के लिए इस गांव के लिए अजय टम्टा सवा करोड़ की धनराशि 5 पर्यटक हट्स के लिए जारी कर चुके हैं लेकिन वे अभी तक आधे अधूरे हैं।
सांसद अजय टम्टा द्वारा जहां एक ओर सांसद निधि से 2 लाख का फर्नीचर इंटर कालेज को दिया गया है लेकिन आज भी यहां अध्यापकों की भारी कमी है।वहीं सूपी गांव के लिए मंजूर 4 आंगनबाड़ी केंद्र आज तक नहीं बन पाए हैं।
यहाँ के ग्रामीणों का कहना है कि गांव में राष्ट्रीयकृत किसी बैंक की शाखा न होने के कारण उन्हें 20 से 25 किमी दूर कफकोट जाना पड़ता है। वहीं दूसरी ओर यहां रोजगार के कोई साधन भी नहीं हैं।
वहीं सांसद अजय टम्टा का कहना है कि सूपी गांव का विकास करना उनकी पहली प्राथमिकता है । सूपी गांव को सड़क से जोड़ दिया गया है और उसके डामरीकरण के लिए डेढ़ करोड़ मंजूर करा दिए हैं। ग्रामीणों के रोजगार के लिए उन्हें दुग्ध उत्पादन व जड़ी बूटी उत्पादन से जोड़ा जा रहा है ताकि ऐसी योजनाओं से वे स्वावलम्बी बन सके। उन्होंने कहा कि निश्चिंत रहें शीघ्र ही ग्रामीणों की सभी समस्याओं का समाधान हो जाएगा।

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