सरकार के सौ दिन पर अखिलेश के 15 प्रश्न! क्या है इन सबका जवाब…!
एक समाज सेवी या आम नागरिक जब मतदान का प्रयोग कर सरकार बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाता है तब एक जागरूक नागरिक का यह भी कर्तब्य होता है कि वह अपने विश्वास की एक एक पाई का हिसाब सरकार से वैसे ही ले जैसे नेता हाथ जोड़कर वोट मांगते समय वायदे किया करते हैं. समाजसेवी अखिलेश डिमरी ने भी सोशल साईट पर अपने नजरिये को स्पष्ट करने के लिए कुछ इस तरीके से प्रश्न किये है!-
सरकार बहाद्दुर के गद्दीनशीं होने के 100 रोज पूरे हुए, सूबे की नकली राजधानी के जलसा मैदान में सरकार बहाद्दुर ने आवाम को बताया कि उन्होंने इन 100 रोज में क्या क्या गजब कर डाला….! बाकायदा एक खबरिया चैनल में तो सरकार बहाद्दुर का इंटरव्यू भी दिखाया गया , एंकर साहेब सरकार बहाद्दुर से सवाल ऐसे पूछ रहे थे कि जैसे कसम खाई हो कि इसे इंटरव्यू नहीं बल्कि हुजूर की इबादत का कार्यक्रम बना के ही दम लेना हो।
1. NH 74 की जांच की नोटँकी करना आखिर अधिकारियों के मनोबल का सवाल है।
2. घर घर शराब हर घर शराब योजना के तहत सचल मदिरा वाहनों की व्यवस्था करना।
3. शराब की दुकानों की हिफाजत के लिए पुलिस बल की व्यवस्था करवाना व् उन दुकानों के 200 मीटर के दायरे में शराब के विरुद्ध किसी भी प्रकार के प्रदर्शन पर रोक लगाना।
4. टी स्टेट के आस पास की जमीन को आढ़त बाजार हेतु देने का निर्णय ताकि भविष्य में लेंड यूज चेंज हो सके।
5. समाज कल्याण विभाग में उन अधिकारोयों को महत्वपूर्ण पदों पर तैनाती देना जिनके खिलाफ जांच होने के आदेश अथवा जांच होनी चाहिए।
6. चतुर्थ तल पर ॐ नाद ,महामृत्युंजय यज्ञ का जाप, मिश्रा जी आदि आदि पर कृपा दृष्टि बनाये रखना।
7. खरी खरी डेनिस के नए अवतार शीराज व् सोमाती हेतु आवश्यक कार्यवाही में सहयोग करना।
8. वंदेमातरम् बोलने , ड्रेस पहनने आदि आदि वार्तालापों पर चुप्पी साधे रखना।
9. सबका साथ सबका विकास के दृष्टिगत ऐसे निक्कमे सहयोगियों , अधिकारियों को भी साथ लेकर चलना जिन्हें सत्रह सालों के इस सूबे में यह भी पता न हो कि पहाड़ों से हो रहा पलायन कैसे रुकेगा और हुजूर को इसके लिए आयोग बनाना पड़ रहा हो।
10. चार धाम यात्रा व्यवस्थाओं के नाम पर हेलीकॉप्टर संचालकों को मनमाने किराए और उड़ानों की छूट देना जिसकी वजह से 6 सीट वाला हेलीकॉप्टर जिसमे कि चालक दल के सदस्यों सहित 8 लोग सवार थे उड़ान भरते ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया और इस घटनाक्रम की वजह से हम ग्याडू ओं को हेलीकॉप्टर दुर्घटना देखने को भी मिली।
11. इन 100 रोज में सूबे के सुदूर पहाड़ी क्षेत्रों से गर्भवती महिलाओं के सड़क और रास्तों पर प्रसव की सूचना आना।
12. द्वारहाट में भूख से एक बची की मौत की सूचना।
13. इन 100 रोज में 2 किसानों की आत्महत्या ।
14. गैरसैण स्थाई राजधानी के मुद्दे को टालना जबकि चुनाव से पूर्व कर्णप्रयाग विधान सभा चुनआव में दल के बावले नेताओं द्वारा गैरसैण को स्थाई राजधानी बनाने की बात जोर शोर से कही थी।
15. केदार आपदा घोटाले से कन्नी काट देना जबकि कुछ लोग हत्या का मुकदमा तक दर्ज कराने कई बात कर रहे थे।