सदन में जब विधेयक गिरते गिरते बचा।
देहरादून 20 फरवरी 2019 (हि. डिस्कवर)
उत्तराखण्ड (उत्तर प्रदेश नगर निगम अधिनियम 1959)(संशोधन) विधेयक 2019 जब सदन में रखा गया व अध्यक्षीय पीठ से इसे पारित करने के लिए हां व न कहा गया तब अचानक कांग्रेस के विधायक व सरकारी आश्वासन सम्बन्धी समिति के सभापति करण माहरा ने सदन को अवगत करवाया कि यह विधेयक कैसे पारित हो गया जबकि सत्ता पक्ष के मात्र 9 विधायक सदन में हैं व विपक्ष के 12 विधायक सदन में हैं।
जैसे ही उन्होंने गिनती करवानी की बात की और सदन का दरवाजा बंद करने की बात की। भाजपा के कुछ विधायक दौड़े दौड़े चले आते। करण माहरा बोले- ऐसे गैर जिम्मेदारा रवैये से विधेयक क्या सरकार गिरनी चाहिए थी।
यह वास्तव में आश्चर्यजनक है कि सत्ता पक्ष के 57 विधायक होने के बावजूद भी सदन में मात्र 9 विधायक ही उपलब्ध थे जबकि 11 कांग्रेस व 1 निर्दलीय विधायक के साथ विपक्ष के 12 विधायक सदन में मौजूद थे। यह तब की स्थिति है जब सरकार का बजट सत्र चल रहा है।
