श्रीयंत्र टापू के समीप मैरीन ड्राइव बनेगा!
श्रीनगर 19 मार्च 2018 (हि.डिस्कवर)
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत सडक मार्ग से गैरसैण के लिये रवाना हुये कि पौड़ी गढ़वाल व टिहरी गढ़वाल के मध्य श्रीयंत्र टापू के दिन बहुरने लगे हैं! मुख्यमंत्री ने श्रीयंत्र टापू के समीप मेरीन ड्राइव बनाने की भी सहमति प्रदान की। वहीँ मुख्यमंत्री ने ऋषिकेश से आगे चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं के साथ ही यात्रा मार्ग व आॅल वेदर रोड के निर्माण की प्रगति का स्थलीय निरीक्षण किया तथा सम्बन्धित अधिकारियों से कार्यों की प्रगति की जानकारी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि आॅल वेदर रोड के कार्यों से चारधाम यात्रा में कोई कठिनाई न हो। उन्होंने कहा कि ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाय कि चारधाम यात्रा भी सुचारू रूप से संचालित हो तथा आॅल वेदर रोड का कार्य भी बाधित न हो। मुख्यमंत्री ने इस दौरान अधिकारियों, आम जनता व विभिन्न जनप्रतिनिधियों से भी यात्रा व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में चर्चा की तथा उनके सुझाव भी प्राप्त किये।
आपको याद दिला दें कि श्रीनगर श्रीयंत्र टापू यों तो आदिगुरू शंकराचार्य के देवभूमि आगमन से ही चर्चाओं में आ गया था क्योंकि जैसे ही उनकी निगाह श्रीयंत्र पर पड़ी थी उन्हें हैजा और कोलरा हो गया था जिससे वे बड़ी मुश्किल से बच पाए थे और तभी से उन्होंने यहाँ श्रीयंत्र टापू के पास श्रीयंत्र को उलटा गाड़ दिया था!
पुन: श्रीयंत्र टापू उत्तराखंड आन्दोलन के दौरान तब चर्चाओं में आया जब उत्तराखंड क्रान्ति दल के फील्ड मार्शल दिवाकर भट्ट सहित दर्जनों आन्दोलनकारियों ने श्रीयंत्र टापू पर भूख हड़ताल शुरू की और पुलिस वहां इसलिए नहीं पहुँच पा रही थी क्योंकि आन्दोलनकारी गंगा में छलांग लगाने की धमकी दे देते थे! तत्कालीन जिलाधिकारी पौड़ी प्रभात कुमार सारंगी ने बेहद सूझबूझ का परिचय देकर पनडूबी का रात्री में इस्तेमाल कर आन्दोलनकारियों को श्रीयंत्र टापू से उठाया था जिनमें तब एक दो आन्दोलनकारियों के गंगा जी में कूदने की बात प्रकाश में आई थी!
अब पुन: श्रीयंत्र टापू इसलिए चर्चाओं में आ गया है कि 18 बर्ष के इस प्रदेश में पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने इस टापू को गौर से देखा व उसके इर्द-गिर्द मैरीन ड्राइव बनाकर उसे विकसित करने में अपनी सहमती जताई है!