शिक्षा के क्षेत्र में देहरादून, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर तथा हरिद्वार में अक्षय पात्र योजना का होगा शुभारम्भ- अरविन्द पांडे
शिक्षा के क्षेत्र में देहरादून, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर तथा हरिद्वार में अक्षय पात्र योजना का होगा शुभारम्भ- अरविन्द पांडे
देहरादून 11 अप्रैल (हि. डिस्कवर)
प्रदेश के विद्यालयी शिक्षा, प्रौढ़़ शिक्षा, संस्कृत शिक्षा, खेल, युवा कल्याण एवं पंचायती राज मंत्री उत्तराखण्ड सरकार अरविन्द पाण्डेय ने आज सचिवालय स्थित सभागार में कार्पोरेट जगत से जुड़े संगठनों एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक लेते हुए कहा कि उनके द्वारा शिक्षा विभाग का दायित्व संभालते हुए संकल्प लिया गया था, कि एक वर्ष के अन्दर सरकार द्वारा संचालित कराये जा रहे सरकारी विद्यालयों के उन्नयन एवं उच्च गुणवत्ता युक्त शिक्षा देने के भरपूर प्रयास किये जायेंगे। जिससे आम-जन के बच्चों का सर्वागीण विकास सम्भव हो। इसके लिए विद्यालयों में विश्वास जगाना उनकी पहली प्राथमिकता है।

बैठक में सम्मिलित हुए सामाजिक संगठनों एवं बड़े कार्पोरेट प्रतिष्ठानों से प्रदेश के शासकीय विद्यालयों में(साज-सज्जा) फर्नीचर मुहैया करवाने पर जोर दिया। जिससे विद्यालयों की स्थिति सुदृढ़ हो सके तथा बच्चों के मन से हीन भावना दूर की जा सके। उन्होंने कहा कि इस वर्ष प्रदेश के विद्यालयों को टाट-पट्टी मुक्त विद्यालय बनाना है। इसके लिए बच्चों के बैठने की समुचित व्यवस्था के लिए प्रदेश के सभी विद्यालयों में साज-सज्जा पूर्ण होनी चाहिए। जिससे बच्चों को बेहतर गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान करायी जा सके। इसके लिये उन्होंने सामाजिक संगठनों एवं कार्पोरेट प्रतिष्ठानों से सहयोग की अपील की।
बैठक में उन्हें अवगत कराया गया कि प्रदेश में 12539 प्राईमरी विद्यालय हैं, जिनमें 420239 छात्र/छात्राओं का इनरोल मेन्ट है, जिसमें अभी तक 7087 विद्यालय फर्नीचर विहीन हैं, इसी प्रकार अपर प्राईमरी विद्यालयों में कुल 2791 हैं, जिसमें कुल इनरोल मेन्ट 261816 हैं , जिसमें 1020 विद्यालय फर्निचर विहीन है।
ओ0एन0जी0सी0,टी0एच0डी0सी0,एन0एच0पी0सी0,एन0टी0पी0सी0 सिडकुल, हंस फाउंडेशन, उद्योग अजीन प्रेम जी फाऊडेशन, सी0आई0आई0 फाऊडेशन, उद्योग जगत से जुड़े उद्योग पति आदि प्रतिष्ठानों के अधिकारियों एवं महाप्रबन्धकों द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे अपने कार्यों की विस्तार से जानकारी दी तथा मंत्री जी को आस्वस्त किया कि उनके द्वारा इस दिशा में जो भी प्रदेश का जनपद एवं विकास खण्ड उनके प्रतिष्ठान को दिया जायेगा, उसका अक्षरस पालन कर प्रदेश के सभी विद्यालयों को फर्नीचर युक्त किया जायेगा, तथा इसके अतिरिक्त स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत जिन विद्यालयों में शौचालय स्थापना करना होगा, उस कार्य को भी प्राथमिकता पूर्वक किया जायेगा। प्रदेश के विद्यालयों में जहाँ पेयजल आपूर्ति नहीं हैं, वहीं पेयजल मुहैया कराये जाने के लिए सार्थक प्रयास किये जायेंगे।
प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों में आत्म विश्वास बढ़ाया जायेगा। शैक्षिक उन्नयन के लिए कार्य किया जायेगा। शिक्षा के क्षेत्र में टेªनिंग प्रोग्राम प्रारम्भ करवाते हुए आधुनिक शिक्षा कम्प्यूटर एवं एल0ई0डी0 के माध्यम से प्रदान करवाने की सकारात्मक पहल की जायेगी। बच्चों के सर्वागीण विकास एवं शिक्षा उन्नयन के लिए तथा बच्चों के विकास के लिए उक्त सामाजिक संगठन कार्य करेंगे।
बैठक में उन्होंने बताया कि अक्षय पात्र फाऊण्डेशन के सहयोग से प्रदेश के चार जनपदों देहरादून, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर तथा हरिद्वार में अक्षय पात्र योजना की शुरूआत शीघ्र की जायेगी, जिसमें कीचन की लागत 18 करोड़ रू0 होगी जहाॅ से 50 किलो मीटर के क्षेत्र में पड़ने वाले विद्यालयों के छात्र/छात्राओं को मध्याहन भोजन उपलब्ध कराया जायेगा।
बैठक में अपर मुख्य सचिव डाॅ0 रणबीर सिंह, महानिदेशक शिक्षा दीपेन्द्र कुमार चैधरी तथा विभिन्न कार्पोरेट संस्थानों, ओ0एन0जी0सी0, एन0टी0पी0सी0, एन0एच0पी0सी0 सिडकुल, हंस फाऊण्डेशन, सी0आई0आई0 फाऊण्डेशन के उप महाप्रन्धक एवं अधिकारीगण मौजूद थे।