शादी के कार्ड बांटने गए दम्पत्ति की सड़क दुर्घटना में मौत। अनाथ हुए बच्चों के लिए आगे आया समाज।
नगुण टाटा सूमो दुर्घटना में माँ पिता खोने वाली
बबीता (बबली ) अपने भाई बहन के साथ।
(वरिष्ठ पत्रकार शीशपाल गुसांई की कलम से)
16 अप्रैल को जब यह दुर्घटना हुई थीं, पिता जी का फोन आया, यार नगुण में घटना हुई, तीन लोग ऑन स्पॉट मारे गए। इतना तक तो … लेकिन दूसरा पॉइंट्स उन्होंने बताया कि, उनकी बेटी की शादी है कार्ड बंट गए, बेहद गरीब हैं।
फिर एक शब्द पर ही मैंने भावुक रचना लिखी थीं।
जिसमें सबसे पहले रिटायर्ड अपर सचिव श्री सतीश चंद्र बडोनी ने लड़की का बैंक खाता मांगा। सुदूर गांव से अगले दिन खाता आया। फिर बडोनी जी ने 10 हज़ार रुपये बेटी शादी के लिए दी।
फिर आज और अभी बैंक मैनेजर से चिन्यालीसौड़ बात हुई तो उन्होंने कहा बेटी के शादी के लिए 1 लाख 40 हज़ार रुपए के करीब आ गए हैं। इसका विवरण गरीब बेटी बबली की बारात की विदाई के बाद दी जायेगी। दिल्ली में नगुण पट्टी सुधार समिति ने चाहे 251 रुपए कुछ आदमियों ने दिए हों, लेकिन दिल , ममता,दूरदृष्टि कुतुबमीनार से ऊंची है। लेकिन यह तो तय हो गया है जिस अच्छे काम को जरूरतमंद के लिए कदम उठाए जाएं, घर से बाहर निकला जाय वह सफल होता ही है।तब चाहे कितनी बाधाएं, अड़चन आये।

लड़के पक्ष वालों ने गांव में बारात लाने के लिए मना किया
तब मैंने दोनों तरफ कोशिश की कि चिन्याली सौड़ किसी मंदिर में करा देते हैं। कुछ लोग आएंगे, उनका सत्कार होगा।
चिन्यालीसौड़ नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती बिष्ट, थौलधार ब्लॉक प्रमुख बबीता शाह, चिन्यालीसौड़ ब्लॉक प्रमुख श्री विजेंद्र सिंह डुंडा ब्लॉक प्रमुख श्री कनकपाल परमार सहित गांव के गणमान्य बारात की आगवानी करते, और विदाई करते। मेरे यह सभी परिचित हैं। प्राम्भिक वार्ता हो ही रही थीं। तब तक लड़की के कुछ गांव के भाई बंध देहरादून से आ गए, जो सब्जी ,चाय की दुकान चलाते हैं ने कहा कि बारात गांव से होगी या दस साल तक नहीं होगी। कौन बच्चों को पालेगा। इत्यादि, इत्यादि तमाम बातें। गांव की सहमति बनी। जिसको दूल्हे पक्ष ने मान लिया। मैं तो दूल्हा धनी राम बेलवाल की दाद देता हूँ, कि वे इतनी परिस्थितियों के बाबजूद 28 अप्रैल को कांडाखाल( नई टिहरी )
से काथडा( चापड़ा )गांव में बारात लाने के लिए तैयार हैं। एक दिन की बारात है। करीब 15 लोग आएंगे। जारी ….क्रमश/-