शहीद मंदीप रावत को श्रधांजलि के लिए विहिप का रक्तदान शिविर!
कोटद्वार १८ अगस्त 20१८ (हि. डिस्कवर)
तू रक्त बहाता चल सरहद पर हम रक्त तुझे अपना देंगे, तुझसा लाल कब कहाँ मिलेगा, हर कोख में तुझको ही जनेंगे! विगत दिन कुछ ऐसी ही शब्दों की परिकल्पना कहें या इन्हें मूल रूप देने की बात! कोटद्वार का लाल जब विगत दिनों सरहद पर शहीद हुआ तो शहीद मंदीप सिंह रावत के लिए पूरा शहर खड़ा दिखाई दिया जयघोष व नम आँखों से यह विदाई हजारों-हजार लोगों ने दी! भला ऐसी शहादत किसे हासिल हो जो देश की आन बान शान के लिए मर मिटे!
शहीद की चिता की आग की भस्म अभी बरसात के साथ बही भी नहीं थी कि सामाजिक संस्था अभ्युदय के बैनर तले विहिप कोटद्वार द्वारा शहीद मंदीप सिंह रावत को श्रधान्जली देने के लिए एक रक्तदान शिविर लगाया गया जिसे नाम दिया गया रक्तदान जीवन दान! शिविर में शामिल होते हुए डीएफओ वैभव सिंह व पुलिस क्षेत्राधिकारी जे आर जोशी ने शहीद मंदीप सिंह रावत व पूर्व क्रांतिकारियों की तस्वीरों को पुष्पांजली अर्पित की!
विहिप के संजय थपलियाल ने बताया कि हम सबका मकसद यही था कि सरहद पर न सही हमारे खून से अगर देश के किसी लाल को प्राणदान मिल जाएँ तो इस से बड़ी सेवा और क्या हो सकती है! हमने यह आयोजन इसलिए भी रखा ताकि हमें अपने खून देते वक्त यह ध्यान रहे कि यह खून एक ऐसे शहीद को श्रधांजली के रूप में दिया गया है जिसने देश के दुश्मनों से लोहा लेते हुए न सिर्फ अपना खून बहाया बल्कि प्राण तक न्यौछावर कर दिए! शायद यही कारण भी है कि यह गढ़ धरा वीरों की धरती कही गयी है और यहाँ के बलिदानी पुरुषों ने अपने रक्त की हर बूँद से इतिहास रचा और हर काल में माँ भारती की रक्षा की! आपको बता दें कि कार्यक्रम का संचालन सुषमा जखमोला व अध्यक्षता संजय थपलियाल ने की!
इस अवसर पर जहाँ विहिप द्वारा स्थानीय ब्लड बैंक की टीम के केशर सिंह, सुभाष व आकांक्षा को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया वहीँ इस मौके पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ आई एस सामंत, चिकित्साधिकारी डॉ जय सिंह, अभिलाषा भारद्वाज, योगम्बर सिंह रावत, श्रीमती करुणा देवरानी, श्रीमती आशा थपलियाल, श्रीमती आशा मधवाल, श्रीमती शोभा खंतवाल, मोनिका जदली, अंजली कोटनाला, शोभा रावत, वंदना थपलियाल, आशा रावत, इपिं कुमार, अमित शर्मा, सुमित सिंघल, दलजीत सिंह, संदीप वर्मा नामदेव, सिनिल सैनी, जितेन्द्र गोस्वामी जीतू अभिषेक जैन इत्यादि उपस्थित थे!