शहीदों का सपना साकार। हम होली व दीवाली साथ मनाएंगे-विधान सभा अध्यक्ष।
भराड़सैंण (गैरसैण) 4 मार्च 2020 (हि.डिस्कवर)
यकीनन यह ऐसे नेता हैं जो मैदानी होने के बावजूद भी हमेशा पहाड़ की राजधानी पहाड़ में हो ऐसी वकालत करते रहे हैं। विधान सभा अध्यक्ष बनने के बाद भी प्रेम चंद अग्रवाल ने खुलेमन से उत्तराखण्ड के शहीदों व आंदोलनकारियों की जन भावनाओं के मध्य नजर गैरसैण को राजधानी घोषित करने की वकालत की थी। तब पहाड़ी मूल के सभी नेताओं को सांप सूंघ गया था लेकिन आज जब गैरसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित हुई तो उनके चेहरे की प्रसन्नता देखते ही बनती है।

बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने पर उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने प्रसन्नता व्यक्त की।
उन्होंने कहा है कि पहाड़ की राजधानी पहाड़ पर होने से विकास की अपार संभावना बढेंगी। विधान सभा अध्यक्ष अग्रवाल ने कहा है कि मैंने पहले ही राजधानी पर सरकार को गंभीरता से निर्णय लेने की बात कही थी और मैं हमेशा इस बात का पक्षधर रहा हूं कि पहाड़ की राजधानी पहाड़ पर होनी चाहिए। उन्होंने कहा है कि आज उत्तराखंड के राज्य आंदोलनकारियों का सपना साकार हुआ है ।
विधान सभा अध्यख अग्रवाल ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा है कि आज उत्तराखंड के लिए होली और दिवाली एक साथ मनाने का समय आ गया है। इस अवसर पर विधानसभाध्यक्ष ने राज्य सरकार एवं मुख्यमंत्री जी का आभार व्यक्त करते हुए बधाई दी है।