वीर भड माधौ सिंह भंडारी गीत-नृत्य नाटिका का दो दिवसीय मंचन होगा परेड ग्राउंड में!

देहरादून 22 नवम्बर 2018 (हि. डिस्कवर)
पर्वतीय नाटय मंच मुंबई द्वारा आयोजित दो दिवसीय गीत एवं नृत्य नाटिका “वीर भड माधौ सिंह भंडारी” का मंचन आगामी 24 व 25 नवम्बर को राजधानी के परेड ग्राउंड में किया जाएगा! प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता से पूर्व पर्वतीय नाट्य मंच के कलाकारों द्वारा एक रिहर्सल प्रस्तुती दी गयी जिसके पश्चात प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया!

नाटक के अभिनेता, लेखक व निर्देशक बलदेव राणा ने बताया कि इस नाट्य मंचन में कुल 108 लोग अपनी भागीदारी निभा रहे हैं जिनमें 80 के लगभग ऐसे कलाकार हैं जो स्टेज में परफोर्म करेंगे बाकी टेक्निकल व अन्य स्टाफ है! उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम का उदघाटन शांय 6 बजे प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत करेंगे जबकि अध्यक्षता क्षेत्रीय विधायक खजान दास द्वारा की जायेगी! बलदेव राणा ने कहा कि यह नाटक वह अपनी थाती-माटी के उन लोगों को समर्पित कर रहे हैं जो वर्तमान में देहरादून जैसे महानगर में आ बसे हैं! उन्होंने वीर भड माधौ सिंह भंडारी को लगभग 400-500 बर्ष पूर्व सुरंग खोदने वाला बिरला इंजिनियर बताते हुए मांग की कि उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय का नाम वीर भड माधौ सिंह भंडारी के नाम पर किया जाय! क्योंकि इस माटी के लाल ने विकास के खातिर मलेथा की 82 एकड़ भूमि को सिंचित करने के लिए अपने पुत्र का बलिदान व मातृभूमि के खातिर अपनी आहुति दे दी! उन्होंने जनता से अनुरोध किया है कि बड़ी सी बड़ी संख्या में इस वीर के बलिदान पर आधारित इस गीत नृत्य नाटिका में पहुंचे ताकि हमें अपनी थाती-माटी पर गर्व व अभिमान हो सके! प्रवेश निशुल्क रखा गया है!

ज्ञात हो कि विगत 2010 से लेकर वर्तमान तक पर्वतीय नाट्य मंच अभी तक इसका आठ बार मंचन कर चुका है जिसमें प्रथम बार मुंबई के षणमुखानंद नाट्य गृह में 21 जनवरी 2010, मुंबई के मुलुंड स्थित कालिदास नाट्यगृह में 10 सितम्बर 2010, देहरादून स्थित रेसकोर्स के बन्नू स्कूल मैदान में 20 फरवरी 2015, ऋषिकेश गुमानीवाला के जयराम आश्रम प्रांगण में 13 नवम्बर 2016, ऋषिकेश ढालवाला के आरएम्आई मैदान में 27 दिस्मबर 2016, रुद्रप्रयाग जनपद के जखोली स्थित ओंकारानंद हिमालय माउंटेसरी स्कूल प्रांगण में 21 मई 2017, मसूरी में विंटर कार्निवल 25 दिसम्बर 2017 व टिहरी लेक फेस्टिवल 25 जून 2018 को इसका प्रदर्शन किया जा चुका है जबकि नवीं बार अब 24-25 नवम्बर को देहरादून स्थित परेड ग्राउंड में इसका प्रदर्शन किया जाएगा!
आपको जानकारी दे दें कि वीर भड माधौ सिंह भंडारी के बारे में एक कहावत प्रचलित है-
एक सिंह रैंदो बण, एक सिंह गाय का।
एक सिंह माधोसिंह, और सिंह काहे का।।
माधौ सिंह भंडारी  गढ़वाल के महान योद्धा, सेनापति और कुशल इंजीनियर थे जो आज से लगभग 400 साल पहले पहाड़ का सीना चीरकर नदी का पानी अपने गांव लेकर आये थे।
उनका जन्म सन 1595 के आसपास उत्तराखंड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले के लालूड़ी गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम सोणबाण (सोबन सिंह ) काला  भंडारी था, जो वीरता के लिए प्रसिद्ध थे। उनकी बुद्धिमता और वीरता से प्रभावित होकर तत्कालीन गढ़वाल नरेश ने सोणबाण सिंह काला भंडारी को एक बड़ी जागीर भैंट की थी जो मलेथा के नाम से जानी जाती है।
माधौ सिंह भंडारी कम उम्र में ही श्रीनगर के शाही दरबार की सेना में भर्ती हो गये और अपनी वीरता व युद्ध कौशल से सेनाध्यक्ष के पद पर पहुंच गये। वह राजा महिपात शाह (1629-1646) की सेना के सेनाध्यक्ष थे। जहां उन्होने कई नई क्षेत्रों में राजा के राज्य को बढ़ाया और कई किले बनवाने में मदद की। द्वापा युद्ध के दौरान तिब्बत फतह उनकी सबसे बड़ी विजय में एक गिनी जाती है और टिहरी गढ़वाल ही नहीं बल्कि पूरे उत्तराखंड में इस विजय जश्न के भैलो इगास यानि दीवाली के ग्याहरवें दिन खेले जाते हैं!
इस दौरान कार्यक्रम के संयोजक राजेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि नृत्य नाटिका की तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही हैं ! साथ ही उन्होंने सभी प्रबुद्ध उत्तराखंडियों, समाजसेवियों व संस्कृतिप्रेमियों को नाट्यमंचन देखने के लिए आगामी 24 व 25 नवम्बर को परेड ग्राउंड पहुँचने की अपील की!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *