विश्व रिकॉर्ड बनाने को आतुर ढोल वादक कलावंत! अभी तक 1563 ढोल वादकों ने करवाया रजिस्ट्रेशन!
हरिद्वार 8 अगस्त (हि. डिस्कवर)
संस्कृति विभाग उत्तराखंड सरकार द्वारा आयोजित ढोल प्रतियोगिता में हरिद्वार के प्रेम नगर आश्रम में पूरे प्रदेश भर से अब तक लगभग 1563 रजिस्ट्रेशन किये जा चुके हैं जबकि वर्तमान में जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण की देख रेख में लगभग 1214 ढोल वादक विगत दो दिनों से लगातर नौबत, धुन्याल, ताल इत्यादि का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं. जिनका कि आगामी 9 अगस्त को प्रेम नगर आश्रम हरिद्वार में शांय 5 बजे से देर रात तक आम प्रदर्शन होगा.
संस्कृति विभाग में कार्यरत प्रदेश के संस्कृतिकर्मी अनिल बिष्ट ने बताया कि कल सभी गुनिजन कलावन्तों को पोशाकों के साथ प्रदर्शन के लिए उतारा जाएगा जबकि ढोल सागर के ज्ञाता ओंकार दास व उत्तम दास इसे उत्तराखंड सरकार का अद्भुत प्रयास मानते हैं. वहीँ जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण का कहना है कि इस प्रशिक्षण से जहाँ गुनीजनों में निखार आया है वहीँ वर्तमान पीढी ने ढोल काँधे में सजा लिया है जिसका सीधा सा अर्थ है कि अब ढोल उपेक्षा का बिषय नहीं बल्कि अपेक्षा का बिषय है.
वहीँ अपने पति के साथ ढोल में संगत देने रिखणीखाल ब्लाक से पहुंची सावित्री देवी कहती हैं कि वह विगत 5-6 बर्षों से अपने पति के साथ हर कारिज में दमाऊ बजा रही हैं लेकिन इतना आत्मसम्मान आज तक ढोल वादकों का हमने कभी नहीं देखा था जितना यहाँ दिखने को मिल रहा है.
जौनसार बावर से अपने 26 वादकों की टीम लेकर पहुंची संस्कृतिकर्मी शान्ति वर्मा तन्हा का कहना है कि यह ऐसा रंगमंच है जहाँ ढोल के ज्ञाता को यह पता लग जाता है कि वह कितने पानी में है. यहाँ सीखने के लिए बहुत कुछ है और गुरुज्ञान लेने के लिए भी! वहीँ त्यूनी से आई दुर्गा देवी कहती हैं कि वह भी लगभग डेढ़ दर्जन ढोल वादकों को सीमान्त क्षेत्र से लेकर यहाँ आई हैं और यह ख़ुशी का बिषय है कि उन्हें और हमें इस कार्यशाला से बहुत कुछ सीखने जानने को मिलेगा.
ज्ञात हो कि इस कार्यशाला में बिजैसार ढोल से लेकर ताम्बे पीतल के ढोल, छोटे बड़े नगाड़े, दमाऊ पुराना व टेम्परेरी सभी आये हैं. वहीँ संस्कृति विभाग की निदेशक सुश्री बीना भट्ट ने प्रसन्नता जताते हुए कहा कि अब तक लगभग 1563 ढोल वादक अपना पंजीकरण करवा चुके हैं और लगातार पूरे प्रदेश से विभाग में पंजीकरण के लिए फोन आ रहे हैं. उन्होंने आशा व्यक्त की कि जिस दिन हम इसे प्रदेश व्यापी मंच पर ले जायेंगे उस दिन यह विश्व कीर्तिमान स्थापित अवश्य करेगा.
अद्भुत । हिमालयन डिस्कवर का आभार इस तरह की जानकारी प्रदान करने के लिए
आभार, स्वागत!