विनसर द्वारा प्रकाशित सर्वेश की पुस्तक  "उत्तराखंड उत्पाद, उत्तराखंड उपहार" को राष्ट्रीय पुरस्कार।

देहरादून 28 । विनसर पब्लिशिंग कंपनी द्वारा प्रकाशित डॉ. सर्वेश उनियाल की सौवेनियर बुक “उत्तराखंड उत्पाद, उत्तराखंड उपहार” को पर्यटन के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ पुस्तक का पुरस्कार प्रदान किया गया है। गुरुवार को पर्यटन दिवस के मौके पर नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक समारोह में केंद्रीय पर्यटन मंत्री के.जे. अल्फोंस ने उन्हें इस पुस्तक के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया। डॉ. सर्वेश उनियाल एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय में पर्वतीय आथित्य एवं पर्यटन केंद्र के परियोजना अधिकारी हैं।

ज्ञात होकि बिनसर पब्लिकेशन की लगातार यह दूसरी पुस्तक है जिसने  राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है। इस से पूर्व बिनसर पब्लिकेशन से छपी श्रीमती बसन्ती बिष्ट की पुस्तक “नंदा के जागर” के लिए श्रीमती बसन्ती बिष्ट को बर्ष 2017 में कला संस्कृति के क्षेत्र में पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त हुआ है। वहीं विश्व पर्यटन दिवस पर डॉ. सर्वेश उनियाल की पुस्तक को “प्रकाशन में उत्कृष्ट हिंदी श्रेणी में” राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है। मुख्यतः यह किताब हैंडबुक की तरह की है और इसकी पब्लिशिंग क्वालिटी विश्व स्तरीय मानी जा सकती है। डॉ. सर्वेश उनियाल मुख्यतः एक अच्छे ट्रैकर भी हैं और हिमालयी भू-भागों के अलावा पर्यटन सम्बन्धी जानकारियों में भी काफी प्रवीणता रखते हैं।

यह जानकारी देते हुए विनसर पब्लिशिंग कंपनी के कीर्ति नवानी ने बताया कि डॉ. उनियाल की यह पुस्तक हैंडबुक के रूप में प्रकाशित की गई है, जिसे विनसर पब्लिकेशन कंपनी ने 2016 में प्रकाशित किया था। इस पुस्तक में उत्तराखंड के विभिन्न उत्पादों की सचित्र जानकारी दी गई है। उत्तराखंड आने वाले यात्रियों और पर्यटकों द्वारा यह पुस्तक काफी पसंद की जाती है। लोग उत्तराखंड के उत्पादों के बारे में जानने के साथ ही इस पुस्तक को उत्तराखंड आने वालों को और उत्तराखंड को जानने इच्छा रखने वालों गिफ्ट के रूप में भी देते हैं।

कीर्ति नवानी ने बताया कि इस पुस्तक को राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ पुस्तक का सम्मान मिलना विनसर के लिए भी बड़ी उपलब्धि है। नवानी के अनुसार डॉ. उनियाल की दो पुस्तकें “प्रकृति पथ, नंदा पथ” और “प्रकृति पथ, गंगा पथ” भी विनसर पब्लिशिंग कंपनी द्वारा प्रकाशित की जा चुकी हैं।

ज्ञात होकि बिनसर पब्लिकेशन की लगभग दर्जन भर पुस्तकों को राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं। कीर्ति नवानी के अनुसार किताबें सिर्फ लिखने भर से नहीं बल्कि उसमें क्या सामाग्री है और उसका प्रकाशन आउटलुक कैसा है वह सब निर्भर करता है। हमारे प्रकाशन का हमेशा एक ही मकसद रहा कि हम कभी क्वालिटी पर कम्प्रोमाइज नहीं करते और यही कारण भी है कि बिनसर पब्लिकेशन बाजरीकरण की मंदी के बावजूद भी अपने स्तर पर शुद्ध व्यवसाय कर रही है।

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