वामपंथियों के हाथों ढाई सौ राष्ट्रवादियों की हत्याओं पर धरना-प्रदर्शन 25 को!
वामपंथियों के हाथों ढाई सौ राष्ट्रवादियों की हत्याओं पर धरना-प्रदर्शन 25 को!
देहरादून 24 अप्रैल (हि. डिस्कवर)
केरल में राष्ट्रवादी विचारधारा के लोगों की वामपंथी शासन की शह पर खुले आम हत्याओं के विरोध में राष्ट्रवादी विचारधारा के लोगों का लोक अधिकार मंच २५ अप्रैल को प्रदेश के सभी जिलों में विशाल धरना तथा प्रदर्शन करेगा।
विश्व संवाद केन्द्र में लोक अधिकार मंच देहरादून की पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए लोक अधिकार मंच के संरक्षक शशिकान्त दीक्षित ने कहा कि केरल भगवान की धरती है,परन्तु आज केरल देशभक्तों की हत्याओं से दुखी है। ये हत्याएं वामपंथी शासन की शह पर खुलेआम हो रही है। मुख्य रूप से इनके शिकार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता हो रहे हैं ।
दीक्षित ने कहा कि केरल में संघ कार्य १९४२ में शुरू हुआ जो राष्ट्रवादी विचारधारा से ओत-प्रोत है, वहां पर संघ कार्य बढ़ा और साथ ही वामपंथी लोग विशेष रूप से मार्क्सवादी परेशान होने लगे। इसके फलस्वरूप संघ शाखा में खेलते और व्यायाम करते स्वसंसेवकों पर सशस्त्र हमले किये गये।
यही नही काम-धंधों में लगे कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्याएं की गयी और मार्क्सवादियों का गढ़ जिला कन्नूर इससे सर्वाधिक प्रभावित है।
दीक्षित ने बताया कि संघ के प्रेमपूर्ण व्यवहार और राष्ट्रवादी सोच के फलस्वरूप वामपंथी संघ में आने लगे इससे बौखलाकर वामपंथी वही गन्दे हथकडें अपनाने लगे,जिससे उन्होंने रूस,चीन आदि में तानाशाही स्थापित की थी। वामपंथी नेतृत्व की शह पर केरल में अब तक २५० होनहार कार्यकर्ता मारे जा चुके हैं और मार्क्सवादी शासन में ये हत्याएं बढ़ जाती हैं। गृह मंत्रालय उनके पास होने से थाने ही हत्यारों के ठिकाने बन जाते हैं, पिछले चुनाव में वामपंथियों की जीत से भी यही हुआ है।
वार्ता में दीक्षित ने बताया कि शासन की शह पर हो रहे इन हमलों के विरोध में आज सारा देश एकजुट हो कर विरोध कर रहा है। समस्त शांति-प्रिय लोगों के मन में रोष है। लोकतंत्र में विश्वास रखने वाले समाज से हमारा आग्रह है कि ऐसी विचारधारा एवं कुकृत्य का मुखर विरोध करें।
वार्ता का संचालन लोक अधिकार मंच के संयोजक हिमांशु अग्रवाल किया और बताया कि हम सभी सामाजिक संगठनों एवं जनता से अपील करते हैं कि इस विरोध में सहभागिता कर लोकतन्त्र को शक्ति प्रदान करें। उन्होंने कहा कि i
वार्ता में विश्व संवाद केन्द्र के निदेशक विजय कुमार,विश्व संवाद केन्द्र के प्रभारी सतेन्द्र, निशान्त, विशाल जिन्दल, नरेश प्रसाद भी उपस्थित थे।