लोक संस्कृति को पश्चिमी सभ्यता से बचाये रखने के लिए मेले आवश्यक-प्रेम अग्रवाल
गोपेश्वर 16 अगस्त (हि. डिस्कवर)।
असेड़ सिमली मेला समिति द्वारा आयोजित महामृत्युंजय श्रावणी पर्यावरण एवं पर्यटन मेले के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे उत्तराखण्ड विधान सभा अध्यक्ष प्रेम चन्द अग्रवाल जी ने कहा है कि भारतीय संस्कृति में मेले एवं पर्वो का विशेष महत्व है।

प्रेम अग्रवाल ने कहा है कि श्रावण मास में आयोजित होने वाले इस मेले का विशेष महत्व है। उन्होंने कहा कि यह मेला जहां एक ओर आध्यात्म, तीर्थाटन एवं पर्यटन को बढ़ावा देता है वहीं यहां आने वाले पर्यटको एवं श्रद्धालुओं के लिए भी आकर्षण का केन्द्र है।

विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि समय के बदलते परिवेश में लोक संस्कृति पश्चिमी सभ्यता के चकाचैंध में बिलुप्त होती जा रही है, इसे बचाये रखने के लिए इस प्रकार के मेलों का आयोजन करना समय की जरूरत है। उन्होंने स्थानीय लोक कलाकारों को प्रोत्साहित करते हुए कहा है कि उनके द्वारा किये जा रहे कार्य भविष्य के लिए मील का पत्थर साबित होंगे।
इस मेले में महामृत्युंजय श्रावणी के अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष प्रेम चन्द अग्रवाल एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा पूजा अर्चना की गयी साथ ही विभिन्न सांस्कृतिक दलों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर स्थानीय विधायक मगन लाल शाह, आनन्द सिंह रावत, डा0 हरपाल सिंह नेगी, ब्लाक प्रमुख अन्सी देवी, मेला समिति के अध्यक्ष हरेन्द्र सिंह रावत, सदस्य जिला पंचायत देहरादून देवेन्द्र नेगी, कुलदीप वर्मा, चन्द्र सिंह बुटोला, कमलेश सति, राजेन्द्र बुटोला, भगत बुटोला, ग्राम प्रधान सिमली गोदाम्बरी सति, महिला मंगल दल की अध्यक्ष संजू देवी, पान सिंह, कारगिल शहीद स्व0 सतीष चन्द्र के पिताजी महेशानन्द सति आदि उपस्थित थे।
