लॉकडाउन 3 मई तक। 7 नियम लागू कर इसे सप्तपदी बताकर प्रधानमंत्री ने कहा कोरोना पर विजय का मूल मंत्र।
(मनोज इष्टवाल)
*प्रधानमंत्री मोदी लाइव की शुरुआत बाबा साहब को नमन।
*उत्सव:- बैशाखी, बिस्सु, बिहू सहित विभिन्न त्यौहार सादगी पूर्वक घरों पर मना रहे हैं वह प्रेरणादायक।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने उदबोधन में देशवासियों ओ सन्देश देते हुए 21 के लॉक डाउन पर उनके धैर्य व अनुशासन हेतु शुभकामनाएं देते हुए जहां बाबा भीमराव अंबेडकर को नमन किया वहीं देश भर में बैशाखी, बिस्सु, बिहू सहित कई त्यौहारों, उत्सवों को घर में ही मनाने को प्रेरणादायक मानते हुए प्रसन्नता ब्यक्त की।
उन्होंने कहा कोरोना वायरस अन्य देशों के मुकाबले भारत ने कैसे इसके उपाय किये हैं आप इसके भागीदार रहे हैं। जब देश में एक भी मरीज नहीं था तब भारत ने एयरपोर्ट पर स्क्रीन शुरू कर दी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देेेश मेंं 100 मामले आने पर उन्हें क्वारनटाइन के लिए 14 दिन के त्वरित कार्यवाही हुई।
यह ऐसा संकट है जिसमें किसी भी देश के साथ तुलना करना उचित नहीं।
उन्होंने कहा कुछ सच्चाइयों को हम नकार नहीं सकते क्योंकि दुनिया के सामर्थ्यवान देशों के आंकड़ों को देखे तो भारत सबसे सम्भली हुई स्थिति में है। एक समय ये सभी देश भारत की तुलना में खड़े थे आज इन देशों में 25 से 30 प्रतिशत मामले बढ़ें हैं व हजारों-हजार लोगों की मौत हो गयी है।
उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि भारत ने तेज फैसले न लिए होते तो भारत की स्थिति क्या होती उसे सोचकर ही रोवें खड़े हो जाते हैं। सोशल डिस्टेंसिंग व लॉक डाउन के फैसले ने भारतवासियों को सुरक्षित रखा। सीमित संसाधनों के बीच भारत जिस मार्ग में चला उसी चर्चा दुनिया में होना स्वाभाविक है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन प्रयासों के बीच कोरोना जिस तरह फैल रहा है उसने विश्व भर में हेल्थ एक्सपर्टों और सरकारों को ज्यादा सतर्क कर दिया हैं। नागरिकों की तरफ से भी यही सुझाव आया है कि लॉकडाउन और बढाया जाय । हम लॉक डाउन में 3 मई तक लॉक डाउन में रहेंगे।
उन्होंने कहा कोरोना को हमें किसी भी कीमत पर नए क्षेत्रों में नहीं फैलने देना है। स्थानीय स्तर पर अगर कोरोना बढ़ता है तो ये चिंता का बिषय है। अब हमें पहले से ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी। नए हॉट स्पॉट का बनना हमारे परिश्रम को चुनौती देना जैसे है उसका डटकर मुकाबला करना होगा।
अगले एक सप्ताह में कोरोना की सतर्कता और बढ़ाई जाएगी। हर कस्बे हर थाने हर राज्य तक 20 अप्रैल तक इसे और ज्यादा मज़बूती से पालन करना होगा। 20अप्रैल के बाद कुछ जगह छूट दी जा सकती है लेकिन बाहर निकलने के लिए कठोर अनुमति से गुजरना होगा। न खुद लापरवाही करनी है न किसी और को लापरवाही करनी है। कल से विस्तृत गाइडलाइन दी जाएगी। गरीब भाई बहनों को आजीविका को ध्यान में रखकर छूट का प्राविधान है।
उन्होंनेे कहा प्रधानमन्त्री गरीब कल्याण योजना के तहत गरीबों के हितों का ध्यान रखा गया आगे भी रखा जाएगा।
रवि फसल की कटाई को ध्यान में रखकर किसानों का ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने कहा हमारे पास दवाइयों की कोई कमी नही है। विश्व का अनुभव कहता है कि 10 हजार मरीजों पर 1500-1600 बेड काफी हैं भारत के पास एक लाख बेड व 600 अस्पताल कोविड के लिए हैं। कोरोना की वैक्सीन बनाने का मेरे नौजवान, मेरे विद्वान अनुसंंधान करें। आपका साथ मांग रहा हूँ।
उन्होंने कहा कि अपने घर के बुजुर्गों का ध्यान रखे। विशेषकर ऐसे व्यक्ति जिनकी पुरानी बीमारी हो उन्हें कोरोना से बचकर रखना है।
लॉक डाउन का पूरी तरह पालन करें घर में बने मास्क उपयोग में लाएं।
आरोग्य सेतु मोबाइल एप्प डाउन लोड करें। जितना हो सके अपने आस-पास के गरीब परिवार की देखरेख करें।
अपने व्यवसाय अपने उद्योग के साथ नौकरी से न निकाले
देश के कोरोना यौद्धाओं डॉक्टर्स, नर्स, सफाई कर्मी व पुलिस कर्मियों का आदर करें उन्हें सम्मान दें।
यह सप्तपदी हमारे कोरोना पर विजय का मार्ग है। 3 मई तक लॉक डाउन का पालन करें।