राष्ट्रीय रंगशाला शिविर!– जौनसार बावर के "हारुल" गीत एवं नृत्य की झांकी नें मचाई धूम!

राष्ट्रीय रंगशाला शिविर!– जौनसार बावर के “हारुल” गीत एवं नृत्य की झांकी नें मचाई धूम
(संजय चौहान की फेसबुक वॉल से)
राष्ट्रीय रंगशाला शिविर, नई दिल्ली में आयोजित प्रतियोगिता में विभिन्न प्रदेशों एवं मंत्रालयों की झांकी कलाकारों द्वारा अपने-अपने प्रदेशों की संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं नृत्य प्रस्तुत किये गए। इस प्रतियोगिता में बेस्ट 3 में उत्तराखंड को भी बेस्ट 3 सांस्कृतिक दल का पुरस्कार प्राप्त हुआ। उत्तराखंड के अतिरिक्त गुजरात व महाराष्ट्र को भी पुरुस्कार प्राप्त हुआ। उत्तराखंड गठन के बाद उत्तराखंड की झांकी के कलाकारों को यह पुरस्कार प्रथम बार प्राप्त हुआ है।
गौलरतब है कि गणतंत्र दिवस परेड के लिए सूचना विभाग के उप निदेशक एवं नोडल अधिकारी के एस चौहान के नेतृत्व में उत्तराखंड की झांकी में 33 कलाकार भाग ले रहे हैं। इन कलाकारों से भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय रंगशाला शिविर ,नई दिल्ली में सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रतियोगिता कराई जाती है। जिसमे एक दल को 5 मिनट का समय दिया जाता है। निर्धारित समय मे अपने अपने लोक संस्कृति पर आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत करने होते हैं। जिसमें उत्तराखंड राज्य के कलाकारों ने जौनसार बावर का प्रसिद्ध “हारुल” गीत एवं नृत्य इस प्रतियोगिता में प्रस्तुत किया। जिसको भारत सरकार द्वारा गठित समिति ने पुरस्कार के लिए चयनित किया गया। हारुल गीत एवं नृत्य में उत्तराखंड राज्य की लोक संस्कृति की झलक को समिति द्वारा बहुत पसंद किया गया। उत्तराखंड राज्य के लिए यह पुरस्कार पाना गौरव की बात है। इस पुरस्कार पाने से राज्य की झांकी में प्रतिभाग कर रहे कलाकार बहुत प्रफुल्लित है। इस प्रतियोगिता में पुरस्कार प्राप्त होने से उत्तराखंड राज्य के कलाकार अब 26 जनवरी के बाद राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री आवास एवं उपराष्ट्रपति ,रक्षामंत्री तथा जनजातीय मंत्री के समक्ष भी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। आपको बताते चलें कि गणतंत्र दिवस परेड मैं इस वर्ष उत्तराखंड राज्य द्वारा विलेज टूरिज्म की थीम पर झांकी का प्रदर्शन राजपथ पर किया जाएगा।

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