योगी की छवि को पलीता लगाता गोरखपुर का विधायक! सिंघम लेडी आईपीएस चारु निगम को कहे अपशब्द !
योगी की छवि को पलीता लगाता गोरखपुर का विधायक! सिंघम लेडी आईपीएस चारु निगम को कहे अपशब्द !
गोरखपुर 8 मई (हि. डिस्कवर)
महिला आईपीएस जोकि सिंघम लेडी के रूप में प्रसिद्ध है चारु निगम को भारतीय जनता पार्टी के विधायक राधा मोहन दास अग्रवाल की अभद्र भाषा के उपयोग का सामना करना पड़ा। इस दौरान आईपीएस चारू निगम रो पड़ीं और उनके आंसू निकल आए। दरअसल चारू निगम एंटी रोमियो स्क्वाड की प्रभारी और सीओ गोरखपुर हैं। दरअसल चिलुआताल थाना क्षेत्र में कुछ लोगों ने शराबखोरी के विरोध में सड़क जाम कर दी। ऐसे में पुलिस मौके पर पहुंची और चारु निगम ने लोगों को समझाने की बहुत कोशिश की ।
मगर आक्रोशित लोग नहीं माने और भीड़ के बीच बैठे शरारती तत्व ने पत्थर मारकर आईपीएस अधिकारी चारू निगम को घायल कर दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारी कुछ महिलाओं को पकड़ लिया गया। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी की विधायक ने ग्रामीणों का साथ देते हुए पुलिस का विरोध किया। ऐसे में पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच विवाद हुआ।
विवाद बढ़ गया तो भाजपा विधायक ने आईपीएस अधिकारी को भला बुरा कह दिया। कुछ देर बाद भाजपा विधायक आईपीएस अधिकारी को अपशब्द कहने लगे। ऐसे में चारू निगम की आंख से आंसू निकल आए। अब ऐसे में पुलिस की प्रशासनिक ब्यवस्था को तार-तार कर उसका मनोबल घटाने वाले विधायक के विरुद्ध पार्टी कुछ कार्यवाही भी करेगी या नहीं ! या फिर ऐसे विधायक महोदय के पक्ष में खड़ा होकर चारु निगम जैसी सिंघम लेडी को नापेगी.
देर शाम तक यूट्यूब व फेसबुक में घटनाक्रम सम्बन्धी वीडियो वायरल हुआ है जिस से पता चला है कि विधायक ने सिर्फ यह झाड़ लगाईं कि आप मुझसे इस तरह अंगुली दिखाकर बात नहीं कर सकती. मैं एसडीएम से बात कर रहा हूँ. वहीँ सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि चारु निगम ने कहा है कि उनके सीनियर ऑफिसर के उनके पक्ष में खड़े होने के कारण उनके भावुकतावश आंसू निकल आये.
यहाँ लगता यही है कि मीडिया में आई रिपोर्ट में कहीं न कहीं कुछ झोळ था वरना यह आई पीएस अबतक धारा 354-बी के अनुसार सार्वजनिक स्थल पर महिला से बदतमीजी करने तथा आईपीसी की धारा 353 के तहत सरकारी कर्मचारी पर ताकत का इस्तेमाल कर उसे उसकी ड्यूटी निभाने से रोकने का मुकदमा दर्ज करा चुकी होती.
झोल बहुत बड़ा है इस ips अधिकारी ने एक गर्भवती महिला के पेट में मारने की ग़लती की इसी वजह से हंगामा हुआ इसी लिए विधायक ने उन्हें झाड़ लगायी … इसी वजह से केस नहीं बना जबकि इस ips अधिकारी पर केस बनना चाहिए था….