मेजर निराला की राह पर डॉ श्रेयसी के कदम। वित्त मंत्री के बाद पूर्व मुख़्यमंत्री ने चुना आर्मी का रास्ता।
(मनोज इष्टवाल) अभी कुछ दिनों पहले की ही बात है जब देहरादून के टाउन हॉल में मेजर निराला गढवाळी फीचर फिल्म के 4 गीतों का लोकार्पण हुआ तब मंच से डॉ. रमेश पोखरियाल “निशंक” ने यह घोषणा की कि आगामी अप्रैल में मेजर निराला फ़िल्म रिलीज हो जाएगी।
ज्ञात हो कि इस फ़िल्म की निर्मात्री उनकी बड़ी बेटी आरुषि निशंक हैं। पिता की पुस्तक की कल्पनाओं को साकार करने के लिए जहां आरुषि ने उनके उपन्यास को मूर्त रूप देकर फौज की बैक ग्राउंड पर आधारित “मेजर निराला” को रुपहले पर्दे पर उतारा वहीं उनकी छोटी बेटी ने भी मार्च फाइनल का धमाका करते हुए फौज की वास्तविक जिंदगी जीने का एलान कर “जय हिंद की सेना” में शामिल होना पसन्द किया।
डॉ श्रेयसी निशंक ने आर्मी मेडिकल कोर में बतौर अफसर जॉइनिंग देकर मेजर निराला जैसा वास्तविक जीवन जीना पसन्द किया। डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने रुड़की स्थित बीईजी सेंटर में डॉ श्रेयसी निशंक के शपथ ग्रहण समारोह के बाद बेटी के तमगे सजाए।
कैप्टन डॉ श्रेयशी निशंक मिलिट्री अस्पताल रुड़की में अपनी सेवाएं देंगी, कैप्टन डॉक्टर श्रेयसी ने हिमालयन मेडिकल कोलज से एम बी बी एस की पढ़ाई पूर्ण कर सेना को चुना।
ये अजीब इत्तेफाक है कि डॉ निशंक से पूर्व उत्तराखण्ड के वित्त मंत्री प्रकाश पंत की सुपुत्री नमिता पन्त ने भी ऐसा ही अजीबोगरीब फैसला लिया। नमिता पन्त ने एलएलबी, एलएलएम करने के बाद सेना की जेएबी ब्रांच में विगत महीनों पूर्व ही सैन्य अफसर की शपथ ग्रहण कर उन सभी कय्यासों पर विराम लगा दिया था कि नेताओं के पुत्र पुत्रियां फौज में जाना पसंद नहीं करते। अब जबकि इन दो नामी गिरामी राजनेताओं की बेटियों ने भारतीय सेना में जाकर पहाड़ की सैन्य परम्परा का मान बढ़ाया है वहीं इन दोनों बेटियों को सोशल साइट पर खूब पसंद भी किया जा रहा है।