मुख्यमंत्री ने किया भारत सरकार द्वारा प्रारम्भिक शिक्षा के उन्नयन एवं सर्वद्धन हेतु लक्ष्य मोबाइल एप्प और बेवसाइट का भी शुभारंभ..!

रुद्रप्रयाग/देहरादून (हि.डिस्कवर)
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शुक्रवार को जिला कार्यालय सभागार, रूद्रप्रयाग में जिला स्तरीय अधिकारी के साथ विकास कार्यों की समीक्षा बैठक ली। मुख्यमंत्री  त्रिवेंद्र ने कहा कि अधिकारी सेवा प्रदाता है, इसलिए समय पर जनता को सेवाएं प्रदान कर विकास योजनाओं से लाभांवित करें। उन्होंने कहा कि अधिकारी पूरी निष्ठा और ईमानदारी से कार्य करें, ताकि जनता का विश्वास शासन-प्रशासन और सरकार पर बना रहे है।
विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वर्तमान में सोशल मीडिया की स्थिति के जरिए सम्बंधित क्षेत्र का आंकलन किया जा सकता है, इसलिए प्रत्येक विभाग अपने फेसबुक पेज बनाए और विभागीय जानकारियाों को अपने फेसबुक पेज पर समावेशित करें। उन्होंने कहा कि मिशन 2022 का संल्कप पूरा करने के लिए प्रत्येक व्यक्ति अपना अहम योगदान निभाए। उन्होंने अधिकतम कृषि उत्पादन पर जोर देते हुए कहा कि इसके लिए नई तकनीकी से उत्पादन को बढावा दिया जाए और विभाग इसमें हर संभव प्रयास करें।
मुख्यमंत्री  त्रिवेंद्र ने कहा कि प्रतिवर्ष केदारनाथ धाम के दर्शन हेतु लाखों श्रद्वालु पहुंचते हैं, किंतु स्मृति स्वरूप कोई भी ऐसी वस्तु नहीं है, जिसे वह अपने साथ ले जा सके। इसलिए प्रशासन प्रयास करे की आने वाले यात्राकाल में कोई ऐसा स्मृति चिन्ह तैयार किया जाय, जो पर्यटकों को आकर्षित करे और जिले की विशेष पहचान भी हो। मुख्यमंत्री ने यूपीसीएल को निर्देश दिये कि जिले के अंतर्गत जो परिवार विद्युत सुविधा से वंचित है, उन्हें चिंन्हित करें और रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि सरकार प्रत्येक जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर करने का प्रयास कर रही है। इसके लिए प्रत्येक जिला चिकित्सालयों में आइ.सी.यू. कक्ष बनाए जाएंगे। मुख्यमंत्री  त्रिवेंद्र ने कहा कि प्रत्येक वर्ष राज्य में भारी मात्रा में चैलाई का उत्पादन हो रहा है और ग्रामीण क्षेत्रों में भी इसका अच्छा उत्पादन हो रहा है। सरकार चैलाई के अधिक से अधिक विपणन के लिए प्रयास कर रही है। उन्होंने समाज कल्याण विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि पेंशन भोगियों का पुनः सत्यापन करें और यह प्रयास करें कि पात्र व्यक्ति को ही पेंशन योजना का लाभ मिले।
जिला कार्यालय सभागार में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने भारत सरकार द्वारा प्रारम्भिक शिक्षा के उन्नयन एवं सर्वद्धन हेतु लक्ष्य मोबाइल एप्प और बेवसाइट का भी शुभारंभ किया। इस एप्प और बेवसाइट के जरिए 705 राजकीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सत्त एवं व्यापक मूल्यांकन सीसीई लागू किया जाएगा। सीसीई पैटर्न को लागू करने के लिए प्रत्येक विद्यालय में छात्रवार, कक्षावार व दक्षतावार अधिगम सम्प्राप्ति की प्रविष्टि हेतु सीसीई पंजिका उपयोग मंे लाई जाएगी। इस पंजिका में जैसे-जैसे विद्यार्थी दक्षताओ को प्राप्त करते है उसी के अनुसार अध्यापक द्वारा अंकन किया जाता है। सीसीई पैर्टन शुरू करने के लिए लक्ष्य मोबाइल एप्प व वेबासाइट को एनआईसी द्वारा तैयार किया गया।
वहीँ मुख्यमंत्रीत्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय रूद्रप्रयाग में आयोजित जनता मिलन कार्यक्रम में जनता की की समस्याओं को सुना। मुख्यमंत्री ने जनता की समस्याओं के शीघ्र निराकरण हेतु अधिकारियों को मौके पर ही निर्देशित किया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि जनता की समस्याओं को गम्भीरता से लिया जाय तथा समय से उनका समाधान करना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने शासन स्तर पर लम्बित प्रकरणों का भी शीघ्र समाधान करने का भरोसा दिया। जनता मिलन कार्यक्रम में क्षेत्रीय जनता ने मुख्य रूप से सड़क, शिक्षा, पेयजल, विद्युत, पैदल मार्ग, आर्थिक सहायता आदि से जुड़ी 320 विभिन्न समस्याएं मुख्यमंत्री के समक्ष रखी, जिसमें से 165 समस्याओं का मौके पर निस्तारण किया गया। शेष जन समस्याओं के निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए।
मुख्यमंत्री  त्रिवेंद्र ने 14372.68 लाख रूपये की विभिन्न विकास योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। जिसमें 365.75 लाख रूपये की लागत से विकास भवन के ब्लाॅक ‘‘डी‘, 27.08 लाख रूपये की लागत से राजकीय पशुचिकित्सालय भवन क्यूजा व जिला चिकित्सालय में आकस्मिक कक्ष, राजकीय इण्टर कालेज बीना भवन का लोकापर्ण किया।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने 68.02 लाख रूपये की लागत से राजकीय आयुर्वेेदिक चिकित्सालय भवन लदोली, 221.82 लाख रूपये की लागत से सोनप्रयाग से केदारनाथ तक तीर्थयात्रियों हेतु 36 बाॅयो-डायजेस्टिव शौचालय, 475.55 लाख रूपये की लागत से केदारपुरी से गरूडचट्टी तक पैदल मार्ग निर्माण, 1548.26 लाख रूपये की लागत से दुर्गाधार-बावई-तिलवाडा मोटरमार्ग मार्ग, 510.47 लाख रूपये की लागत से गौरीकुण्ड में मंदाकिनी नदी तट पर बाड सुरक्षा कार्य, 643.92 लाख रूपये की लागत से गौरीकुण्ड में नदी के दांए तट पर बाड सुरक्षा कार्य, 1247.80 लाख रूपये की लागत से सीतापुर पार्किंग क्षेत्र में नदी के बाएं तट पर बाढ सुरक्षा कार्य, 299.55 लाख रूपये की लागत से सीतापुर पार्किंग क्षेत्र में मंदाकिनी नदी किनारे घाट एवं सौंदर्यीकरण कार्य, 138.31 लाख रूपये की लागत से सीतापुर में पातीगाढ के बायी तट पर बाढ सुरक्षा कार्य, 684.91 लाख रूपये की लागत से सीतापुर बाजार के नीचे मंदाकिनी नदी तट पर बाढ सुरक्षा कार्य, 1040.99 लाख रूपये की लागत से सोनप्रयाग में संगम से नीचे की ओर मंदाकिनी नदी के बांये तट पर बाढ सुरक्षा कार्य, 182.58 लाख रूपये की लागत से सोनप्रयाग मंदाकिनी नदी के दांयी ओर घाट निर्माण कार्य, 9.83 लाख रूपये की लागत से गौरीकुण्ड में तत्प कुण्ड का जीर्णोद्वार कार्य, 32.96 लाख रूपये की लागत से नदी की धारा से बोल्डर हटाने का कार्य, 754.05 लाख रूपये की लागत से सोनप्रयाग में चटटान से नीचे की ओर मंदाकिनी तट पर बाढ सुरक्षा कार्य, एमआई 26 हेलीपैड से केदारनाथ मंदिर मार्ग तक 50 फीट चैडा पैदल मार्ग निर्माण सहित कुल 29 योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया।
जनता मिलन कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि मार्च, 2018 तक शहरी व नगरी क्षेत्रो को खुले में शौचमुक्त करना है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है कि वह अपने स्तर से स्वच्छता के क्षेत्र में योगदान करें, जिससे स्वच्छ भारत का निर्माण हो सके। उन्होंने कहा कि केदारपुरी मेें 69 घरों के निर्माण में पारम्परिक शैली का प्रयोग किया जायेगा। एक पण्डाल निर्मित किया जायेगा, जिसमें दो से ढाई हजार लोग एक साथ बैठकर मेडिटेशन, धार्मिक क्रियाकलापों को कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि पिरूल से तारपीन तेल व बायोमास से डीजल बनाने वाला उत्तराखण्ड देश का प्रथम राज्य होगा। सरकार दूरस्थ क्षेत्रो में संचार व्यवस्था को सुदृढ़ीकरण बनाने के लिए बैलून टेक्नोलोजी शुरू की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2022 तक किसानो की आय को दुगुनी करने के लिए चकबन्दी व कृषि उद्योग पर बागवानी, मत्स्य पालन, रेशम पालन व अन्य कृषि सम्बद्ध क्षेत्रों की ओर ध्यान दे रही है। जिससे कि काश्तकारों की आजीविका तथा प्रदेश की आर्थिकी मजबूत होगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने विकास खण्ड अगस्त्यमुनि में खैडीखाल से ग्वेफड मोटर मार्ग, विकास खण्ड अगस्त्यमुनि खांकरा-मोल्खाखाल में मोटर मार्ग, बरसूडी-डाडा-बरसूडी-इन्टर कालेज बणगांव झुण्डोली मोटर मार्ग, विकास खण्ड जखोली में विजयनगर तैला मोटर मार्ग से स्वाडा तक मोटर मार्ग, रुद्रप्रयाग चोपता उडामाण्डा रोड पर क्वीली से कुरक्षण मोटर मार्ग, पर्यटन मेला बधाणीताल को भव्यता से अयोजित करने, विकास खण्ड अगस्त्यमुनि हरियाली देवी को पर्यटन मेले की भांति मनाया जाने, विकास खण्ड जखोली घंघासू बांगर क्षेत्र में जूडी बूटी उत्पादन को बढावा देने, राइका जवाडी में दो कक्षा-कक्ष निर्माण, राप्रावि टैंठी में भवन निर्माण, राप्रावि जखनोली भवन निर्माण, सुमाडी पेयजल योजना आरबीएफ निर्माण पाइप लाइन निर्माण, लदोली पेयजल निर्माण योजना चार किमी पाइप का व्यास बढाना एवं जलाशय निर्माण करने, मिनी आंगनबाडी केन्द्र गंधारी भवन निर्माण, रूद्रप्रयाग में पार्किंग निर्माण, रूद्रप्रयाग में आधुनिक शौंचायल निर्माण, रूद्रप्रयाग के सुनियोजित विकास हेतु मास्टर प्लान तैयार करने, रूद्रप्रयाग एनएच 58 में पर्यटकों की सुविधा हेतु साइनेज लगाए जाएंगे, जवाडी रोठिया पेयजल योजना का जीओ तथा छेना-घंघासू-बक्सीर मोरटरमार्ग पर निर्माण कार्य की घोषणा की गई।
इस अवसर पर डायट के प्रवक्ता श्री कालिका प्रसाद सेमवाल द्वारा लिखित पुस्तक रुद्रप्रयाग दर्शन का विमोचन भी मुख्यमंत्री द्वारा किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पीएमजीएसवाई के तहत सडक सुधारीकरण कार्य कर रही महिला समिति तूना को 1,02,122 रूपए तथा स्वांरी ग्वांस को 73,889 रूपए के चैक वितरित किए। वहीं अगस्त्यमुनि की चार व उखीमठ की तीन ग्राम पंचायतो ंके लिए 23 लाख 59 हजार 1 सौ 15 रूपए तथा दो कृषकों को पावर विडर भी प्रदान किए गए।
बैठक में विधायक रूद्रप्रयाग भरत सिंह चौधरी, जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल, पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा सहित समस्त जिलास्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

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