महाराज ने की पालकी प्रमोट! पालकी से ली यमुनोत्री पैदल पथ की जानकारी!
महाराज ने की पालकी प्रमोट! पालकी से ली यमुनोत्री पैदल पथ की जानकारी!
30 अप्रैल (हि. डिस्कवर)
यकीनन पर्यटन मंत्री के इस जज्वे को सलाम ! उम्र 62 साल, सब साधन सम्पन्न होने के बाबजूद भी डंडी-कंडी पालकी के भरोंसे पहुंचे यमुनोत्री! सतपाल महाराज पहले पर्यटन मंत्री हैं जिन्होंने चार धाम यात्रा से पहले चारों धामों की यात्रा कर वहां की हर जानकारी जुटाकर कमियों के शीघ्र समाधान के लिए विभागों को आवश्यक निर्देश दिए हैं.
यमुनोत्री पहुंचने के लिए आखिरकार उन्हें पालकी का सहारा लेना पड़ा. उन्होंने सम्पूर्ण मार्ग व्यवस्थाएं जाँची व जहाँ कोई कमी लगी उसके लिए आवश्यक निर्देश जारी किये हैं.
हाल ही में देश की सर्वश्रेष्ट पत्रिका इंडिया टुडे द्वारा पर्यटन को विश्व मानचित्र के कई देशों में एक माह के कार्यकाल में पहुंचाने पर सतपाल महाराज को सम्मानित भी किया गया जिस पर कई बातें उठी कि आखिर उन्होंने ऐसा कर क्या दिया जो उन्हें ऐसे सम्मान से नवाजा गया है. ज्ञात हो कि एक माह में जो प्रोजेक्ट पर्यटन धर्म और संस्कृति को लेकर सतपाल महाराज ने केंद्र सरकार के सम्मुख रखें हैं आजतक उत्तराखंड के इतिहास में किसी पर्यटन मंत्री द्वारा पेश नहीं किये गए. यही उनकी मेहनत का नतीजा भी रहा कि उन्हें एक माह में ही देश की अग्रिम पत्रिका ने हीरो बना डाला.
आगामी 3 मई को प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी का केदारनाथ यात्रा आना तय हुआ है जबकि 6 मई को महामहिम राष्ट्रपति बदरीनाथ पहुँच रहे हैं जोकि प्रदेश के लिए बहुत जरुरी भी था क्योंकि ऐसे में देश का धार्मिक पर्यटन व तीर्थाटन बढ़ने की पूरी उम्मीद है. और यह भी उम्मीद की जा सकती है कि सतपाल महाराज द्वारा बनाए गए पर्यटन के नए रोडमैप को केंद्र की ओर से हरी झंडी मिलने के साथ उसके लिए केंद्र सरकार अलग से कोई बजट निर्धारित करे.