महामहिम राष्ट्रपति ने किये बदरी-केदार के दर्शन!
चमोली/देहरादून (हि.डिस्कवर)
भारत के महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को बद्रीनाथ धाम पहुॅचकर विधिवत् पूजा-अर्चना के साथ भगवान श्री बदरी विशाल के दर्शन किये। राष्ट्रपति के साथ उनकी पत्नी व उनके परिजन सहित सूबे के राज्यपाल डाॅ.कृष्ण कान्त पाल, मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत मौजूद थे। अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार राष्ट्रपति बारह ज्योतिर्लिंग में से एक श्री केदारनाथ जी के दर्शन करने के बाद वायु सेना के विमान से सुबह 11.15 बजे माणा स्थित सेना के हैलीपैड पहुॅचे। इसके बाद राष्ट्रपति 11.45 बजे बद्रीनाथ मंदिर पहुॅचे, जहाॅ उन्होंने लगभग 20 मिनट तक भगवान बदरी विशाल की विधिवत् पूजा अर्चना कर देश की खुशहाली एवं समृद्वि की कामना की।

भगवान बद्रीनाथ धाम में अखण्ड ज्योति के दर्शन व पूजा अर्चना करने के उपरान्त राष्ट्रपति कोविंद को राज्यपाल डाॅ.कृष्ण कान्त पाल एवं मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने भगवान बद्रीनाथ का प्रतीक चिन्ह, शाॅल एवं रिंगाल की टोकरी में भगवान बदरीनाथ का प्रसाद भेंट किया। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी राष्ट्रपति कोविंद को स्मृति चिन्ह् भेंट किया। भगवान बद्रीनाथ के दर्शन करने के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने खुशी जाहिर की तथा लोगों का अभिवादन स्वीकार किया।

राष्ट्रपति के आगमन को लेकर माणा स्थित सेना के हैलीपैड से लेकर पूरे धाम में सुरक्षा के कडे इंतजाम किये गये थे। विगत तीन दिनों से हो रही लगातार बारीस व भारी ठंड के बीच प्रशासन ने राष्ट्रपति के दौरे में किसी प्रकार की कोई कोर कसर नही छोडी थी तथा सभी व्यवस्थायें चाक-चैबद रखी गयी थी।
इस अवसर पर डीआईजी ए.आर. चौहान, सेना ब्रिगेडियर ई.गोविन्द, जिलाधिकारी आशीष जोशी, पुलिस अधीक्षक सुश्री तृप्ति भट्ट, मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह आदि मौजूद थे।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा प्रतिकूल मौसम के बावजूद भी श्री केदारनाथ और श्री बद्रीनाथ के दर्शन करने पर उनका आभार व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि भारत के राष्ट्रपति द्वारा उत्तराखण्ड में स्थित श्री केदारनाथ और श्री बद्रीनाथ यात्रा से इस वर्ष सुरक्षित और सुगम चारधाम यात्रा का संदेश और अधिक प्रबल हुआ है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि चारधाम की यात्रा के प्रारंभ में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने कपाट खुलने के अवसर पर दर्शन किए थे। भारत के शीर्ष नेतृत्व द्वारा जिस प्रकार ’उत्तराखण्ड सरकार का निमंत्रण स्वीकार कर’ चारधाम यात्रा के दो प्रमुख धामों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई गई इससे आमजन और देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं और सैलानियों के मन में उत्तराखण्ड के प्रति विश्वास का भाव बढ़ा है। इसी का परिणाम है कि इस वर्ष अभी लगभग 21 लाख श्रद्धालुओं ने चार धाम यात्रा और हेमकुंड साहिब के दर्शन किए हैं, जोकि अपने आप में संभवत एक रिकॉर्ड है। दिनांक 23 सितम्बर, 2017 तक श्री बदरीनाथ धाम में 779865, श्री केदारनाथ धाम में 432173, श्री गंगोत्री धाम में 385637, श्री यमुनोत्री धाम में 371893 तथा श्री हेमकुण्ड साहिब में 119010 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार चारधाम यात्रा और अन्य पर्यटन क्षेत्रों को वर्षभर लोगों के आकर्षण का केंद्र बनाना चाहती है और इस दिशा में महामहिम राष्ट्रपति का वर्तमान दौरा बेहद महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के पर्यटन को वर्षभर स्थानीय निवासियों के लिए आर्थिक गतिविधियों का स्रोत बनाना अत्यंत आवश्यक है। भारत सरकार द्वारा 12 हजार करोड़ रूपये की लागत से बनाई जा रही ऑल वेदर रोड भी इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा के संचालन से जुड़े सभी लोगों और विशेष रूप से स्थानीय लोगों को इस बात की बधाई दी है कि कई बार प्रतिकूल मौसम और भारी वर्षा के बाद भी इस वर्ष एक सफल और सुगम यात्रा का संचालन किया जा रहा है।