मसरी गांव में भीषण अग्निकांड में 28 घर जलकर स्वाहा। 6 गाय 2 बछड़े भी जले। भारी नुक्सान की आशंका।
मोरी (उत्तरकाशी) 11 अप्रैल 2020 (हि. डिस्कवर)
विगत दिन उत्तरकाशी जिले के मोरी तहसील क्षेत्र का सीमांत मसरी गांव में भीषण अग्निकांड 8 पशु और 26 भवन जलकर स्वाहा हो गए हैं। कल ही पुलिस और स्वास्थ्य टीम मौके के लिए रवाना हो चुकी थी। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण लॉक डाउन की स्थिति में पूर्ण जानकारी मिलने में देरी जरूर हुई लेकिन जिला प्रशासन द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए आपदा व बचाव टीम मसरी के लिए फौरन रवाना कर दी थी।
हेमन्त नौटियाल ने जानकारी देते हुए बताया कि मसरी अग्निकांड की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान ने प्रशासन व पुलिस की टीम समेत मेडिकल टीम को तत्काल घटना स्थल के लिए रवाना की।

जिलाधिकारी ने रेखीय अधिकारियों की बैठक लेते हुए जरूरी दिशा निर्देश दिए। रेडक्रॉस से खाद्यान्न, टैंट,कंबल बर्तन आदि जरूरी सामान जनपद से भेजने के निर्देश जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी को दिए। प्रभावित ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि जरूरी सामान को लेकर समस्या नही आने दी जाएगी। प्रशासन हर सम्भव पीड़ित परिवार के साथ है जिलाधिकारी ने बताया कि आवश्यकतानुसार सतलुज कम्पनी से बर्तन इत्यादि की भी व्यवस्था की जा रही है। तत्काल रिलीफ के लिए होम्योपैथी स्वास्थ्य केंद्र मसरी का उपयोग करने,पशुओं की क्षति की आशंका को देखते हुए तत्काल पशुचिक्तसों की टीम भेजने,बिजली,पेयजल की आपूर्ति तत्काल सुचारू करने हेतु धनराशि वितरण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए।

क्षेत्रीय समाजसेवी गंगा सिंह रावत ने वीडियो भेजकर जानकारी देते हुए बताया कि आग लगने का मुख्य कारण 11 बजे दिन में एक गैस सिलेंडर फटना बताया जा रहा है। चूंकि पर्वत क्षेत्र के मकान देवदार की लड़की से बने होते हैं व घर एक दूसरे से सटे हुए होते हैं इसलिए ग्रामीणों की अथक मेहनत भी काम नहीं आई व 28 मकान धू-धू कर जल गए जबकि 8 मकान क्षतिग्रस्त हैं।
प्रधान संगठन मोरी तहसील के मीडिया प्रभारी ग्राम प्रधान खेडमी सुरेंद्र कुमार ने कहा कि पूरा क्षेत्र इस घटना से स्तब्ध है। यह बहुत बड़ी हानि है। लॉक डाउन के कारण जनप्रीतिनिधि मसरी जाने में असमर्थ हैं लेकिन इस विपत्ति की घड़ी में मोरी तहसील का समस्त प्रधान संगठन मसरी के ग्रामीणों के साथ खड़ा है। जिला स्तर पर हम सबके सहयोग से जो कुछ भी जिला प्रशासन के माध्यम से प्रयास होंगे हम उसे हर सम्भव करेंगे।
बहरहाल अच्छी खबर यह है कि इस अग्निकांड में किसी ग्रामीण के हताहत होने की खबर नहीं है क्योंकि गैस सिलेंडर फटने की आवाज के बाद आस पास के घरों से लोग बाहर निकल आये।
