भेड़ पालक व गुज्जर अब बन सकेंगे स्नातक। मुक्त विश्वविद्यालय तैयार कर रहा है रूपरेखा।
बड़कोट (उत्तरकाशी) 5 अगस्त 2019 (हि. डिस्कवर)

उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के परीक्षा केंद्र 15027,राजेन्द्र सिंह रावत राजकीय महाविद्यालय बड्कोट,उत्तरकाशी में एकदिवसीय इंडक्शन कार्यक्रम आयोजित किया गया कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्लन के साथ हुई। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.पुष्पांजली आर्य ने मुक्त विश्वविद्यालय से आये विषय विशेषज्ञ जन सम्पर्क अधिकारी डॉ. राकेश चंद्र रयाल एवं प्रवेश प्रभारी डॉ मदन मोहन जोशी का गर्मजोशी से स्वागत किया उनके प्रति आभार व्यक्त किया।
मुख्य अतिथि अध्यक्ष नगर पालिका परिषद श्रीमती अनुपमा रावत ने कहा कि मुक्त विश्विद्यालय ने उन लोगों को पढ़ाई करने का अवसर दिया है जो विभिन्न कारणो से अपनी शिक्षा जारी नहीं कर पाये।समाजसेवी जयेंद्र सिंह रावत ने मुक्त विश्विद्यालय के अध्ययन केंद्र की स्थापना को मील का पथर कहा।
अध्ययन केंद्र के समन्वयक डॉ विजय बहुगुणा ने सभी सम्मानित अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए इंडक्शन कार्यक्रम की उपयोगिता एवं प्रासंगिकता पर विस्तृत रूप से अपनी बात रखी और कहा कि मुक्त विश्वविद्यालय के इस अध्ययन केंद्र का उद्देश्य उन लोगों को दूरस्थ शिक्षा से जोडना है जिन्हें रेगुलर मोड में शिक्षा लेने का अवसर नहीँ मिल पाता। अध्ययन केंद्र की कोशिश रहेगी कि स्थायी जीवन यापन न करने वाले गुज्जर समुदाय, ऋतु प्रवास करने वाले भेड़पालकों एवं अन्य लोगों को मुक्त विश्वविद्यालय की परिधि के अन्तर्गत लाया जाएगा। गत वर्ष 1398 छात्र छात्राओं ने इस परीक्षा केंद्र से परीक्षा दी।
जन सम्पर्क अधिकारी डॉ राकेश चंद्र रयाल ने विश्वविद्यालय की कार्यपद्धति से अवगत कराया साथ ही साथ नये पाठ्यक्रमों के बारे में विस्तार से बताया।
विश्वविद्यालय के प्रवेश प्रभारी डॉ मदन मोहन जोशी ने ओपेन स्कूल की मूलभूत संकल्पनाओं के बारे में अवगत कराते हुए कहा कि इसके अन्तर्गत कोई भी व्यक्ति किसी भी समय शिक्षा प्राप्त कर सकता है, गैप ईयर का कोई प्रावधान हमारी व्यवस्था में नहीं है।यही मुक्त विश्वविद्यालय की अवधारणा है।
सह संयोजक डॉ जगदीश चंद्र ने अतिथियों का स्वागत करते हुए केंद्र की समस्याओं के बारे में अवगत कराया कहा कि केंद्र मूलभूत आवश्यकताओं की कमी से जुझ रहा है जिसका निवारण अतिआवश्यक है।
मुख्य अनुशासक डॉ डी एस मेहरा ने छात्र छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप संवाहक हैं जो भी बातें यहाँ साझा की गयी हैं उन्हें जन जन तक प्रसार देना आपका दायित्ब है।
महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य डॉ पुष्पांजली आर्य ने सम्मानित अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से हम बड़े शहरों की ओर बढ़ते पलायन को रोक सकते हैं। मुक्त विश्वविद्यालय के परामर्शदाता बालम सिंह दाफोटी ने तकनिकी शिक्षा के महत्वपूर्ण पहलुओं से अवगत कराया और कहा कि आप ऑनलाइन भी हमारे कुछ पाठ्यक्रमों को कर सकते हो।कार्यक्रम का संचालन डॉ सुभाष चंद्र ने किया।
इस मौके पर डॉ सीमा बेनिवाल, इतिहासकार डॉ प्रह्लाद सिंह रावत, किताब सिंह रावत, सहदेव बिष्ट, एस एस चौहान, नितेश डीमरी, पूर्व छात्र परिषद के अध्यक्ष सुनील थपलियाल, छात्रपूर्व संघ अध्यक्ष अनिल रावत, सोबन सिंह असवाल मौजूद रहे।