भाई संजय बोला- हां बंटी ने लगाई आग। पिता मोहन बोले-फांसी से कम न हो सजा!
भाई संजय बोला- हां बंटी ने लगाई आग। पिता मोहन बोले-फांसी से कम न हो सजा!
(मनोज इष्टवाल)
पेट्रोल छिड़ककर छात्रा को आग लगाने वाले अपराधी बंटी उर्फ मनोज के परिवार की गवाही में उसके छोटे भाई संजय कुमार व पिता मोहन सिंह ने अपने अपने बयानों में स्पष्ट कर दिया है कि वारदात बंटी ने ही की। माँ रामेश्वरी बोली- इस औलाद ने हमारी जन्मों की तपस्या को पल में समाप्त कर दिया। अब हम दुनिया के आगे मुंह दिखाने लायक न रहे। ऐसी औलाद से औलाद न होती तो भला।
ज्ञात हो कि विगत 24 दिसम्बर को छात्रा की सफदरजंग अस्पताल दिल्ली में मौत के बाद ज्वाल्पा धाम में उसकी अंत्येष्टि की गई और आज पुलिस इंस्पेक्टर मनोज रतूड़ी व टीम द्वारा छात्रा की माँ श्रीमती पम्मी देवी के अलावा अपराधी बंटी के परिजनों के गांव जाकर बयान दर्ज किए।
घटना स्थल पर मौजूद क्षेत्रीय सामाजिक कार्यकर्ता व भाजपा नेता हेमंत मोहन बिष्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि अपने बयान में छात्रा की माँ ने पुलिस को जानकारी देते हुए बताया कि अपराधी द्वारा विगत ढाई बर्ष पहले लड़की के साथ छेड़छाड़ की गई थी जिस पर लड़की ने उसे घटना स्थल पर ही थप्पड़ रसीद कर दिए थे वे घर आकर उन्हें जानकारी दी थी । ढाई साल पूर्व घटी इस घटना को हम मामूली घटना समझ भूल चुके थे हमें क्या पता था कि वह उसका बदला इस तरीके से लेगा।
हेमंत मोहन बिष्ट बताते हैं कि वारदात के दिन बंटी पूरी योजना के तहत चला था वह बोतल में पेट्रोल पंप से पेट्रोल लेकर चला था व लड़की से लिफ्ट मांगकर खुद उसकी स्कूटी ड्राइव करने लगा। अडोस पड़ोस के मात्र 200 मीटर दूरी के गांव होने के कारण जहां लड़की ढाई बर्ष पुरानी घटना भूल गयी थी वहीं उसे इस पर कोई आपत्ति न हुई कि वह अपनी स्कूटी बंटी को दे। बाकी की घटना हम जानते हैं कि किस तरह इस दरिंदे ने छात्रा को आग लगाई।
हेमंतमोहन बिष्ट घटना की जानकारी देते हुए बताया कि आग लगाने के बाद अपराधी बंटी पौड़ी कोटद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग पर आया और दुलिंडा गांव के पूर्व प्रधान की टाटा मैक्स में सवार होकर थापली गांव के नीचे आम के पेड़ के पास उतरा व वहां से पल्ली गांव के गोली नामक व्यक्ति के छोटे लोडर में सवार हो गहड़ गांव के गदेरे में उतर गया।
वहीं दूसरी ओर बंटी के छोटे भाई संजय कुमार ने अपने बयान दर्ज करवाते हुए कहा कि उसने मुझे रास्ते में कहा कि उसने छात्रा को पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। जब मैंने घर जाकर माँ जी पिताजी को बताया तो पिताजी ने तुरंत उस से उनका घर छोड़ने की बात कही व साफ किया कि वैसे भी हमें तेरे से पूर्व में भी कोई मतलब नहीं था आज से तू हमारे लिए मर गया।
अपराधी बंटी के पिता मोहन सिंह ने बयान दर्ज करवाते हुए कहा कि ऐसे बेटे से हमारा कोई वास्ता नहीं। उसे फांसी लगे तो हमें भी शुकुन मिले। उसने तो हमारा जब भी किया सिर नीचे ही किया। उन्होंने पुलिस को कहा कि जब उसे गिरफ्तार करने यहां पुलिस टीम पहुंची मैंने ही उन्हें बताया कि वह किस कमरे में सोया हुआ है।
इन बयानों को देखकर अब लगता है कि अपराधी पर पूर्व में लगी आईपीसी की धारा 354, 307 व 507 में वृद्धि होगी ताकि उसे सख्त से सख्त सजा मिल सके।