प्रधानमंत्री के कार्बेट पार्क भ्रमण के बाद बढ़ी कुमाऊँ-गढ़वाल को जोड़ने वाली कंडी मार्ग की संभावनाएं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जिम कार्बेट पार्क के दौरे से कंडी रोड की उम्मीद को पंख लग गए हैं । खराब मौसम के बावजूद प्रधानमंत्री कार्बेट में कालागढ़ तक गए , जहां से स्टीमर के माध्यम से कोर जोन ढेकाला तक गए । उनके साथ मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी थे । मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी गढ़वाल – कुमाऊं के बीच सीधी सड़क के प्रबल पक्षधर रहे हैं ।

स्टीमर से कालागढ़ ढिकाला पहुंचे प्रधानमंत्री।

जिस तरह प्रदेश के वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ हरक सिंह रावत गढ़वाल और कुमाऊं को जोड़ने वाली कंडी रोड को जोड़ने के लिए जोर लगाए हुए हैं तथा उनके द्वारा भारतीय वन्य जीव संस्थान से सर्वे कराने के पश्चात भारत सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्रालय तथा प्रधानमंत्री से नजदीकी रखने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से लगातर पैरवी की जा रही है तथा प्रधानमंत्री के अचानक कालागढ़ उतरने से उत्तराखण्ड वासियों की दशकों पुरानी मांग की उम्मीदों को पंख लग गए हैं ।

यहां यह बताना भी जरूरी है कि इस मार्ग के बनने से देहरादून से रामनगर/ हल्द्वानी की दूरी लगभग 85 किमी कम हो रही है ।आसन्न लोकसभा चुनाव को देखते हुए इस सड़क के बनने से कुमाऊं के नैनीताल तथा गढ़वाल की पौड़ी , हरिद्वार और टिहरी सीट पर व्यापक प्रभाव पड़ने की संभावना है ।

प्रधानमंत्री भले ही रुद्रपुर रैली में यह घोषणा ना कर पाएं , किंतु इसी माह होने वाली वन्य जीव बोर्ड की बैठक में इस सड़क का प्रस्ताव आने वाला है । प्रधानमंत्री का कार्बेट दौरा इसी संदर्भ में देखा जा रहा है । प्रधानमंत्री की रुचि से यदि इस मार्ग के निर्माण का रास्ता साफ होता है , तो यह वन मंत्री डॉ हरक सिंह रावत की बड़ी उपलब्धि में गिना जाएगा। बहरहाल इस मामले में डॉ हरक सिंह रावत भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता व वर्तमान राज्यसभा सांसद जोकि प्रधानमंत्री के करीबी माने जाते हैं अनिल बलूनी से भी बेहद सकारात्मक बातचीत कर रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *