पेयजल व्यवस्था पर कार्ययोजना तैयार हो- प्रकाश पन्त

 
पेयजल व्यवस्था पर कार्ययोजना तैयार हो- प्रकाश पन्त
देहरादून मार्च 30! (हि. डिस्कवर)
प्रदेश के पेयजल एवं स्वच्छता, वित्त, आबकारी, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री प्रकाश पन्त ने विधान सभा स्थित सभागार में पेयजल विभाग की समीक्षा बैठक की।

बैठक में उन्होंने ग्रीष्मकाल में पेयजल के सम्भावित संकट को देखते हुए जल संस्थान को पेयजल की सुचारू व्यवस्था हेतु अल्पकालीन तथा दीर्घकालीन कार्य योजना बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने दीर्घकालीन योजनाओं के लिए वाह्य सहायतित तथा केन्द्र पोषित योजनाओं से धन आवंटन के लिए केन्द्र से पैरवी का आश्वासन देते हुए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये।   उन्होंने कहा कि एकल ग्राम योजनाओं का भी विस्तृत सर्वे करा लिया जाये। उन्होंने देहरादून डिवीजनों की समीक्षा के दौरान देहरादून में विभिन्न क्षेत्रों समुचित जल आपूर्ति हेतु जल निगम द्वारा एडीबी योजनान्तर्गत तैयार अवस्थापना सुविधा यथा ओवर हैड टैंक आदि को हस्तगत करने के निर्देश दिये, ताकि उनका उपयोग पेयजल की सुचारू आपूर्ति करने में हो सके। उन्होंने एशियन डेवलपमैंट बैंक के अधीन पेयजल अवस्थापना विकास कार्यों की विस्तार से समीक्षा हेतु शीघ्र जल निगम एवं संस्थान के साथ बैठक बुलाने के निर्देश दिये। उनका कहना था कि प्रायः देखने में आ रहा है कि पेयजल विभाग द्वारा पर्याप्त मात्रा में जलापूर्ति की क्षमता है, किन्तु क्षमता के अनुरूप जनता को जल नहीं उपलब्ध हो पा रहा है। इसमें  उन्होंने जगह-जगह पाईप लाईनों की रिसने को भी बड़ा कारण बताया। उन्होंने पानी की कमी वाले कस्बे/गांवों में अवस्थित पेयजल योजनओं के पुनद्र्धार के कार्यों को प्राथमिकता से पूरा करने के निर्देश दिये।
उन्होंने देहरादून, हरिद्वार की सघन बस्तियों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति बनाने के लिए योजनाओं का लगातार मेंटिनेंस करने के निर्देश दिये तथा योजनाओं के मरम्मत में रोड़ कटिंग चार्ज माफ कराने के लिए लो0नि0वि0 से वार्ता का आश्वासन दिया। उन्होंने हरिद्वार में आ रही लो वोल्टेज की समस्या के लिए अलग से प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने 43 नगरीय गुरूत्व पेयजल योजना तथा 48 नगरीय पेयजल योजना तथा 3959 ग्रामीण पेयजल गुरूत्व तथा 250 ग्रामीण पेयजल पम्पिंग योजनाओं की डिवीजनवार विस्तार से समीक्षा की।
उन्होंने  जल श्रोतों को बढ़ाने के लिए जल संस्थान से चाल-खाल के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर सचिव पेयजल अरविन्द सिंह ह्यांकी, अपर सचिव/निदेशक स्वजल डाॅ0 राघव लंगर, प्रबन्ध निदेशक पेयजल जल निगम भजन सिंह, मुख्य महाप्रबन्धक जल संस्थान एस0के0गुप्ता सहित देहरादून, हरिद्वार, टिहरी, उत्तरकाशी के अधीक्षण तथा अधीशासी अभियन्ता उपस्थित थे।
 
 

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