पशुपालन मंत्री ने दिया अल्मोड़ा के सभी विकास खण्डो से एक-एक वेटेनरी वाहन का संचालन पर जोर!
पशुपालन मंत्री ने दिया अल्मोड़ा के सभी विकास खण्डो से एक-एक वेटेनरी वाहन का संचालन पर जोर!
देहरादून 13 अप्रैल (हि. डिस्कवर)

प्रदेश की महिला कल्याण एवं बाल विकास, पशुपालन, भेड़ एवं बकरी पालन, चारा एवं चारागाह विकास, मत्स्य विकास राज्य मंत्री(स्वतन्त्र प्रभार) श्रीमती रेखा आर्य द्वारा आज विधानसभा के अपने कक्ष में पशुपालन विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में राज्य मंत्री द्वारा विभाग में संचालित हो रही योजनाओं की जानकारी प्राप्त करते हुए उनकी समीक्षा की गई। उन्होने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए है कि पशुपालन के क्षेत्र में हमे ठोस कार्य योजना तैयार करते हुए इस योजना से अधिक से अधिक लोगो को लाभान्वित करना है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि 29 अप्रैल, 2017 को आयोजित होने वाले पशु चिकित्सा दिवस के अवसर पर जनपद अल्मोड़ा के सभी विकास खण्डो से एक-एक वेटेनरी वाहन का संचालन किया जाए। इसके लिए ठोस कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होने यह भी निर्देश दिए हैं कि पशुओं के आपातकालीन स्थिति के लिए 108 सेवा की तर्ज पर पशु हैल्पलाइन सेवा चलाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए है कि अल्मोड़ा के भैंसोड़ा फार्म जो 37 हैक्टीयर में चारागाह के लिए संचालित हो रहा है उसके 7.5 हैक्टीयर में मत्स्य पालन, मुर्गी पालन, बकरा प्रजनन का कार्य किया जा सकता है, तथा चारागाह का भी कार्य किया जा सकता है इसके लिए विभागीय अधिकारियों को ठोस कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए है, कि फार्म में जो कर्मचारी कार्य कर रहे हंै वह नियमित करने की मांग कर रहे है उनकी सूची तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होेने भैंसोड़ा फार्म में बिजली, पानी की समुचित व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए।
मा0 राज्य मंत्री द्वारा आवारा गायों के संरक्षण के लिए हर विधानसभा में एक पशुपालन केन्द्र खोलने के लिए कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए जिसमें जिला योजना एवं विधायक निधि से धन की व्यवस्था की जाएगी जिससे इस केन्द्र के माध्यम से गो-मूत्र, गोबर से जैविक खाद्य तैयार करने, दुग्ध उत्पादन के माध्यम से डेरी का भी संचालन किया जा सकता है, जिसमें स्थानीय महिलाओं को इसमे रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे तथा इससे विभाग को भी आमदानी प्राप्त होगी।
उन्होंने कहा है कि हमारा मुख्य उद्देश्य यह होगा कि पशुपालन विभाग द्वारा जो भी योजनाएं संचालित हो रही है, उनका शत-प्रतिशत लाभ लोगांे को हो। उन्होंने विभाग में कार्यरत कर्मचारियों एवं अधिकारियों की सूची उपलब्ध कराते हुए इसमें सुगम एवं दुर्गम में कब से तैनात हैं इससे भी अवगत कराते हुए उसी के आधार कार्मिकों एवं अधिकारियों का स्थानान्तरण किया जा सकेगा। उन्होंने यह भी निर्देश दिए है कि पशुओं के उपाचार के लिए क्रय की जाने वाली दवाईयों ब्राॅडिंड कम्पनी की ही होनी चाहिए।
बैठक में अपर सचिव अलोक शेखर तिवारी, निदेशक डाॅ0एस0एस0विष्ट, सी0ई0ओ0 यूएलडीबी डाॅ0 कमल सिंह, सी0ई0ओ. यू0एस0डब्ल्यूडीबी डाॅ0 अविनाश आनन्द, अपर निदेशक डाॅ0 नयाल, डाॅ0 आशुतोष सहित सम्बन्धित अधिकारी मौजूद थे।