पलायन रोकने का मूल मंत्र पर्वतीय क्षेत्रों में रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य व चकबंदी!- मुख्यमंत्री
पलायन रोकने का मूल मंत्र पर्वतीय क्षेत्रों में रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य व चकबंदी!- मुख्यमंत्री
देहरादून 28 मार्च (हि. डिस्कवर)
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि पर्वतीय क्षेत्रों में पलायन को रोकने के लिए रोजगार, शिक्षा व स्वास्थ्य की सुविधाएं उपलब्ध करवानी होंगी। खेती को लाभकारी बनाने के लिए चकबंदी व ऐरोमेटिक प्लांटेशन को बढ़ावा देना होगा।
देहरादून स्थित एक स्थानीय होटल में ग्रामीण पर्यटन, कृषि व आजीविका विषय पर आयोजित सेमिनार को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड के सामरिक महत्व को देखते हुए सीमावर्ती क्षेत्रों से पलायन को रोकना आवश्यक है। सेमिनार में लंदन बिजनेस स्कूल के प्रतिनिधिमंडल ने प्रतिभाग किया। इसमें 24 देशों के छात्र-छात्राएं शामिल थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड की प्राकृतिक सुंदरता देवभूमि को अलग पहचान दिलाती है।
स्विट्जर्लैंड की तर्ज पर यहां पर्यावरण को संरक्षित रखते हुए पर्यटन को विकसित किया जा सकता है। बायो डाइवर्सिटी टूरिज्म, विंटर स्पोर्ट्स टूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म, रूरल होम स्टे व हेरीटेज टूरिज्म की अपार सम्भावनाएं हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि देहरादून में एक टूरिज्म विलेज विकसित किया जा सकता है, जहां समूचे उत्तराखण्ड की झलक मिल सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में आय की विषमताओं को दूर करने पर विशेष ध्यान देना होगा। उत्तराखण्ड में प्राकृतिक रूप से आर्गेनिक खेती होती है। अगर हम चकबंदी कर सके, तो खेती को लाभदायक बनाया जा सकता है। खेती को नए आयाम देने होंगे। एरोमेटिक प्लांटेशन पर काम किया जाना चाहिए।
वहीँ दूसरी ओर प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने ग्रामीण पर्यटन के बढावे की वकालत करते हुए कहा कि उनका विभाग एक वृहद कार्य योजना बना रहा है जिससे यहाँ ट्रेकिंग, स्कीइंग, धार्मिक, साहसिक व लोक संस्कृति से जुडा हर मुद्दा पर्यटन से जुड़ सके. उन्होंने कहाँ कि चार धाम यात्रा के लिए पर्यटन मंत्रालय अभी से पूरी तैयारियों पर जुट गया है .
इसके अलावा वे पहाड़ खाली न हो वहां से पलायन न हो, गॉव बसे और हमारी लोक संस्कृति, लोक समाज बचा रहे उस पर वे बिशेष फोकस कर रहे हैं. सतपाल महाराज ने कहा कि वे ऐसे प्रदेश के वासी हैं जहाँ बारहों महीने पर्यटक आ सकता है जिसके लिए इस बार एक बिशेष कार्ययोजना के तहत कार्य किया जाएगा.
कार्यक्रम में पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज, मुख्य सचिव श्री एस.रामास्वामी, प्रमुख सचिव डॉ. उमाकांत पंवार, श्रीमती मनीषा पंवार, सचिव श्री शैलेश बगोली सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।