नई दिल्ली के लाल किले में छाया उत्तराखण्ड।
नई दिल्ली 30 जनवरी 2018 (हि. डिस्कवर)
पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित भारत पर्व (महात्मा गांधी जी की 150वीं जयंती थीम पर) नई दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किला मे उत्तराखण्ड के पारम्परिक व्यंजनो, सांस्कृतिक कार्यक्रमों, के द्वारा उत्तराखण्ड की लोक सँस्कृति की छटा बिखरी ।
भारत पर्व में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की देवभूमि यात्रा से जुड़े स्थलों को उत्तराखण्ड पर्यटन द्वारा जीवंत रूप से प्रदर्शित किया गया है, जिसमें कौसनी के अनशक्ती आश्रम, देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, भवाली, अल्मोड़ा, बागेश्वर, एवं अन्य स्थलों को दर्शाया गया तथा महात्मा गांधी जी जी के उत्तराखण्ड की यात्राओं के ब्रोशर भी उत्तराखण्ड स्टाल मे प्रदर्शित किया गया है।

दिनांक 27 जनवरी को उत्तराखण्ड राज्य का मुख्य आकर्षण उत्तराखण्ड के व्यंजनों को बनाने की विधि का सजीव प्रदर्शन (लाइव फूड डीमौन्सटरेशन) का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। लाइव फूड डीमौन्सटरेशन हेतु उत्तराखण्ड से आये नामी सैफ श्री संजय कुमार, होटल शेरवानी, नैनीताल एवं श्री पंकज अग्रवाल सैफ, मूसरी द्वारा उत्तराखण्ड के पारम्परिक व्यंजनो (भट्ट का हलवा, नंदा थाली, झन्गोरे की खीर एवं पल्लर) आदि व्यंजन प्रस्तुत किये गये।
श्रीमती पूनम चंद, सयुंक्त निदेशक, उत्तराखण्ड पर्यटन द्वारा भारत पर्व में उत्तराखण्ड के लाइव फूड डीमौन्सटरेशन के अवसर पर जानकारी दी कि माननीय पर्यटन मंत्री, सतपाल महाराज एवं दिलीप जावलकर, सचिव पर्यटन द्वारा उत्तराखण्ड के व्यंजनों को देश- विदेश में पहूंचाने हेतु राज्य में फूड फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रकार के आयोजनों से उत्तराखण्ड पर्यटन को उच्च आयाम प्राप्त होंगे।

उत्तराखण्ड के लोक कलाकारों द्वारा उत्तराखण्ड के पारम्परिक परिधान में दिनांक 28 जनवरी को सांस्कृतिक कार्यक्रम छपेली नृत्य प्रस्तूत किया गया एवं दिनांक 30 जनवरी को उत्तराखण्ड के लोक कलाकारों द्वारा उत्तराखण्ड के पारम्परिक परिधान मे झोडा चांचरी नृत्य का मनोहारी चित्रण प्रस्तुत किया गया है। इसके अतिरिक्त बेडू पाको बारामासा आदि गीतों पर उत्तराखण्ड के साथ- साथ सम्पूर्ण भारत वर्ष भी हड़का- दमाऊ की धुन पर झुमता नजर आया।