ढोल वादकों की पेंशन राशि बढ़कर पांच हजार हुई!
हरिद्वार (हि. डिस्कवर)
भले ही संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित ढोल वादकों के लिए नमो नाद विश्व कीर्तिमान स्थापित करने से वंचित रह गया हो लेकिन ख़ुशी यह है कि हरिद्वार के प्रेमनगर आश्रम में आयोजित “नमो नाद” कार्यक्रम में जहाँ लगभग 12 सौ से अधिक ढोल वादकों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया वहीँ प्रदेश के पर्यटन एवं धर्म संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने उत्तराखंड सरकार से मिलने वाली ढोल वादकों की पेंशन राशि तीन हजार से बढ़ाकर पांच हजार करने की घोषणा की है.
ज्ञात हो कि विगत दिन कार्यक्रम के आगाज में उतरे प्रदेश भर के गुनिजन आवजी जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण के निर्देशन में “नमो नाद” का आगाज करते दिखाई दिए. संस्कृति विभाग द्वारा सभी गुनिजनो व कलावन्तों के लिए सफ़ेद रंग के कपडे भेषभूषा के रूप में सिलवाये गए थे.
कार्यक्रम के सफल समापन पर सभी कलावन्तों को पर्यटन एवं धर्म संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बरसात होने के कारण भले ही पहाडो से सभी ढोल वादक कार्यक्रम में नहीं पहुँच पाए लेकिन इतनी संख्या में एक साथ ढोल वादकों की उपस्थिति उत्तराखंड परदेश के लिए एक रिकॉर्ड है व उनका प्रयास है कि आगामी कुछ महीनों बाद इसे विश्व कीर्तिमान बनाया जाएगा क्योंकि विभाग में अभी भी लगातार पंजीकरण की कार्यवाही चल रही है.
इस अवसर पर पूर्व संस्कृति मंत्री श्रीमती अमृता रावत, टिहरी विधायक धन सिंह नेगी, पूर्व संस्कृति मंत्री नारायण सिंह राणा, भाजपा नेता अणथ्वाल, निदेशक संस्कृति बीना भट्ट, निदेशक रंगमंडल बलराज नेगी, वरिष्ठ पत्रकार विजेंद्र रावत सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे.