डॉ. हरक सिंह रावत की केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय की वेेबसाईट एवं पर्यटन के फोल्डर में कण्व आश्रम को शामिल करने की पहल!
डॉ. हरक सिंह रावत की केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय की वेेबसाईट एवं पर्यटन के फोल्डर में कण्व आश्रम को शामिल करने की पहल!
नई दिल्ली 05 अप्रैल (हि.डिस्कवर)
नई दिल्ली में उत्तराखण्ड के वन एवं वन्य जीव, पर्यावरण एवं ठोस अपशिष्ट निवारण, श्रम, सेवायोजन, प्रशिक्षण, आयुष एवं आयुष शिक्षा मंत्री डाॅ0 हरक सिंह रावत ने केन्द्रीय पर्यटन मंत्री डाॅ0 महेश शर्मा से मुलाकात की।
उन्होनें जनपद पौडी के कोटद्वार के निकट कण्व-आश्रम का ऐतिहासिक महत्व बताते हुये कहा कि कण्व-आश्रम राजा भरत की जन्मस्थली है, जिनके नाम से हमारे देश का नाम भारत वर्ष पड़ा है। वन मंत्री ने कहा कि यह ऐतिहासिक स्थल आज भी वीरान पड़ा है, जबकि यहाँ मालिनी नदी के तट पर घने वृक्षों के बीच यह सुन्दर एवं रमणीक स्थल है। इसको पर्यटन स्थल के रूप में विकास किया जाना अत्यन्त आवश्यक है। उन्होनें कण्व आश्रम को ऐतिहासिक महत्व के पर्यटन स्थल के रूप में विकास के लिए समुचित धनराशि अवमुक्त करने का अनुरोध किया। इसके अतिरिक्त डाॅ0 रावत ने केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय की वेेबसाईट एवं पर्यटन के फोल्डर में कण्व आश्रम को दर्शाये जाने का अनुरोध किया। इस सम्बन्ध मंे केन्द्रीय पर्यटन मंत्री डाॅ0 महेश शर्मा ने सहमति व्यक्त करते हुये पर्यटन मंत्रालय के अधिकारी को निर्देशित किया।
इसके अलावा उत्तराखण्ड के वन मंत्री डाॅ0 हरक सिंह रावत ने बताया कि उत्तराखण्ड सरकार ने कार्बेट नेशनल पार्क का द्वार रामनगर के अतिरिक्त कोटद्वार से भी खोलने का निर्णय लिया है, क्योंकि कोटद्वार से दिल्ली सिर्फ 220 कि0मी0 है, जबकि रामनगर 245 कि0मी0 है। उन्होंने कहा कि इस प्रवेश द्वार के खुलने से पर्यटकों के समय एवं संसाधनों की बचत के साथ ही पर्यटकों बेहत्तर सुविधाऐं प्राप्त होगी। उन्होंनंे केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय के पर्यटन मानचित्र में कोटद्वार को भी दर्शाने का अनुरोध किया। केन्द्रीय पर्यटन मंत्री डाॅ0 महेश शर्मा ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य से जुड़े पर्यटन के सभी मुद्दों पर केन्द्र सरकार हर संभव सहयोग देगी।