ट्रक आल्टो में भिडंत..दो मरे! दो घंटे बाद कार से सकुशल बाहर निकला कमांडों..
ट्रक आल्टो में भिडंत..दो मरे! दो घंटे बाद कार से सकुशल बाहर निकला कमांडों..
स्वांला टनकपुर 29 मार्च (हि. डिस्कवर)
स्वांला के पास एनएच पर मंगलवार को एक आल्टो कार और ट्रक की भिड़ंत हो गई। भिड़ंत के बाद दोनों वाहन खाई में जा गिरे। हादसे में एक दंपति की मौत हो गई, जबकि पांच अन्य घायल हो गए।दुर्घटना की सूचना मिलने पर सीओ पीएस कफलिया के नेतृत्व में पुलिस टीम, एसडीएम सदर सीमा विश्वकर्मा, जिला आपदा प्रबंधन की रेस्क्यू टीम और एसएसबी की पंचम वाहिनी के जवान और अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे और घायलों को तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया गया।
कार के ऊपर ट्रक के गिरने से कार में सवार लोगों को कटर की सहायता से बाहर निकाला। आल्टो कार में सवार दिगालीचौड़ के पास बसेड़ी गांव निवासी केशव सिंह उर्फ किशोर काजी (45) और उसकी पत्नी विमला देवी (42) की दबने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि केशव सिंह अपनी पत्नी का इलाज कराकर हल्द्वानी से लौट रहे थे।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार दोपहर दो बजे के आसपास स्वांला के पास एनएच पर टनकपुर से आ रही आल्टो कार (यूके 03-0377) की विपरीत दिशा से आ रहे ट्रक (यूके 03 सीए 0032) से भिड़ंत हो गई। भिड़ंत होने के साथ ही आल्टो कार तीस मीटर खाई में जा गिरी और उसके ऊपर ट्रक भी पलट गया। हादसे में आल्टो कार में सवार चालक नवीन सिंह (47) पुत्र सोबन सिंह निवासी कर्णकरायत और खटीमा निवासी सुनील जोशी (21) पुत्र कैलाश जोशी, बसेड़ी निवासी केशव सिंह और उसकी पत्नी विमला देवी ट्रक के नीचे दब गए। इसमें नवीन सिंह और सुनील जोशी तो किसी तरह बाहर निकल आए।उधर, ट्रक में सवार भिंगराड़ा निवासी रघुनाथ सिंह (40) पुत्र बची राम, जनकांडे निवासी जगदीश महर (50) पुत्र दीवान सिंह, भिंगराड़ा निवासी प्रकाश चंद्र (30) पुत्र बलदेव शर्मा घायल हो गए। इन्हें तत्काल रेस्क्यू कर जिला अस्पताल में पहुंचाया गया। जिला अस्पताल में डा.आरके जोशी, डा.आरपी खंडूरी और डा.एचसी त्रिपाठी ने सभी घायलों का प्राथमिक इलाज कर उन्हें छुट्टी दे दी।
स्वांला में हुआ हादसा इतना भयानक था कि आल्टो कार में दबे दंपति को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू टीम ने पहले कटर और बाद में क्रेन का इस्तेमाल किया गया। करीब तीन घंटे तक चले रेस्क्यू के बावजूद दंपति को बचाया नहीं जा सका।
आल्टो कार में सवार फौज का कमांडो सुनील जोशी हादसे के दो घंटे बाद स्वयं के प्रयास से बाहर निकलने में कामयाब रहा। करीब दो बजे के आसपास हुए हादसे के बाद रेस्क्यू टीम के पहुंचने तक कमांडो यथावत पड़ा रहा। बाद में वह स्वयं कार का दरवाजा तोड़कर बाहर निकल आया।