जौनसारियों के जज्बे को सलाम। जौनसार के अलावा बाहर से भी पहुंच रही है राहत…!

जौनसारियों के जज्बे को सलाम। जौनसार के अलावा बाहर से भी पहुंच रही है राहत…!

(मनोज इष्टवाल)
विगत दिन जहाँ उत्तरकाशी जनपद के पर्वत क्षेत्र के सावणी गांव में आग लगने से पूरे गांव के 39 मकान राख के ढेर में तब्दील हो गए वहीं दूसरी ओर जनपद देहरादून के जौनसार क्षेत्र के सिंगौर गांव खत्त कोरु के सुमेर दास का मकान भी जलकर राख हो गया। दोनों स्थानों पर जान माल की हानि में जहां निरीह पशु ही बलि चढ़े वहीं सिंगौर के सुमेरू दास का भी वही हाल हुआ कि सिर्फ मकान ही जलकर तबाह नहीं हुआ बल्कि जिंदगी भर के जुड़े ताने बाने खाद रसद, धन दौलत और जेवर तक आग की बलि चढ़ गए।

क्षेत्रीय समाजसेवी इन्द्र सिंह नेगी सहित जौनसार क्षेत्र के सभी समाजसेवी आग की सूचना पाते ही सिंगौर गांव के लिए दौड़े लेकिन आग इतनी विकराल थी कि जब तक कोई सम्भल पाता तब तक पूरा मकान धूँ धूँकर जल गया। सिर्फ बेबसी लाचारी के बहते आंसुओं के अलावा अरमानों की जलती चिता सी इस दवाग्नि ने बेहद क्रूर तरीके से सब कुछ पल में मिटा दिया।

समाजसेवी इन्द्र सिंह नेगी ने सोशल साइट के माध्यम से सुमेरु पुत्र केवल दास के परिवार की इस घड़ी में सहायता करने की अपील की तो जहां जौनसारी समाज रसद सामग्री इकट्ठा कर सुमेरु दास के यहां भिजवा रहा है वहीं जौनसारी बावरी समाज के अलावा उत्तराखण्ड का आम जनमानस भी आर्थिक सहायता के लिए हाथ बंटवा रहा है।
इन्द्र सिंह नेगी बताते हैं कि मैंने सभी से अपील की कि आप सीधे सुमेरु दास के खाते में नगदी जमा करें ताकि कल कोई यह न कह सके कि इन्द्र सिंह ने जाने क्या किया होगा।
उन्होंने बताया कि अनुसूचित जाति के सुमेरू दास पुत्र केवल दास का घर सोर्टसर्किट के कारण पूरी तरह जल कर राख हो गया था, जब घर मे आग लगी तो बच्चे स्कूल, खुद मजदूरी करने व पत्नी छानियों में गई हुई थी, घर के भीतर रखा राशन-पहनने,ओड़े के कपड़े-भांड़े-बर्तन- बच्चों के सर्टिफिकेट-जेवरात आदि सब जल कर स्वाहा हो गये थे । इनके पास बस वहीं कपड़े बच पाये जो पहने हुए थे, जैसे ही ये खबर लोगों तक पहुंची तो कल शाम को सबसे पहले सामाजिक कार्यकर्ता इन्द्र सिंह नेगी गुंज संस्था के अखिलेश व उनके अन्य साथी पंवार के साथ पहुंचे व परिजनों को ढाढस बधाया व मदद देने का आश्वासन दिया ।
इन्द्र सिंह नेगी ने गुंज संस्था से प्राप्त राहत सामग्री जिसमें कपड़े,जूते, गद्दे आदि सम्मलित है पीड़ित परिवारों को उपलब्ध कराई, सरकार की तरफ से पटवारी भीम दत्त जोशी ने भी मौके पर पहुंच कर हानि की जानकारी ली, गांव-समाज व रिश्तेदारों ने भी तथा सम्भव सहयोग अपनी तरफ से दिया ।
इन्द्र सिंह नेगी द्वारा फेसबुक पर चलाई सहयोग की मुहिम भी रंग लेती दिख रही है, पीड़ित सुमेरू दास के निजी खाते में लोगों ने सहयोग देना शुरू कर दिया है इसमें चकराता के लोरली गांव निवासी व वर्तमान में एएसआई हरिद्वार अनु राणा ने 5000, क्वानु के आनंद राणा ने 1000, पौड़ी से अभिनव कौटनाला ने 1500 , बिसोई गांव के यशपाल तोमर ने 1000 सीधे खाते में हस्तांतरित किये है । उन्होंंने जाॉनकारी दी कि अभिनव कोटनाला टिहरी घनसाली से है व वर्तमान में दिल्ली में साफ्टवेयर इजीनियर हैैं।
कल एक निजी कोचिंग सेंटर चला रहे नितिन तोमर ने कल कुछ राहत सामग्री लेकर पहुंचाने का आश्वासन दिया है । यहां यह स्पष्ट कर दे कि राहत बिल्कुल पारदर्शी ढंग से पीड़ित तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई है इसी कारण पीड़ित का खाता संख्या फेसबुक या अन्य माध्यमों से लोगों को उपलब्ध कराया जा रहा है
। जिस तरह लोग सहयोग के लिए हाथ बंटा रहे साथ है उससे भरोसा है कि इस सात सदस्यीय परिवार का जीवन फिर से पटरी पर लौट आयेगा ।
बहरहाल जहाँ एक ओर जौनसारी समाज के लोग राहत में बढ़ चढक़र हिस्सा ले रहे हैं वहीं अभी तक किसी भी क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि ने इस परिवार का हाल जानने की जरूरत महसूस नहीं की।

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