जसपाल राणा फायरिंग रेंज में मेरे कोच, घर में पिता- देवांशी राणा!

जसपाल राणा फायरिंग रेंज में मेरे कोच, घर में पिता- देवांशी राणा!

(मनोज इष्टवाल)
अभी अभी उसने 12वीं कक्षा में प्रवेश किया लेकिन जब पिस्टल हाथ में पकड़ी तो दो गोल्ड मेडल झटक लिए! और जब जुबान खोली तो लाजवाब कर दिया! दरअसल यह कहानी एक ऐसी उत्तराखंडी बिटिया की है जिसने अपने पिता ओलम्पियन जसपाल राणा की तरह ही देश का नाम पूरे विश्व में रोशन किया और उसका नाम है देवांशी राणा!
विगत दिवस “आइये प्रेस से मिलिए” कार्यक्रम में देवांशी राणा को प्रेस क्लब में विभिन्न सामाजिक संगठनों ने सम्मानित किया! इस दौरान देवांशी राणा ने प्रेस के प्रश्नों का बेहद खूबी के साथ जवाब देते हुए कहा कि किसी भी कार्य को जिसे आप करना चाहते हैं उसके लिए आप अपने तन मन से तैयार रहे उसे पैशन और डेडिकेशन के तौर पर अपनाए ताकि आप अपने लक्ष्य को पाने में सफल हो सकें!
यह पूछे जाने पर कि आपके पिता जसपाल राणा जूनियर शूटिंग के कोच हैं ऐसे में आपको अलग से फायदा मिलता होगा? उनका सीधा और सदा हुआ जबाब सबको लाजवाब कर गया जब देवांशी ने कहा- मेरे पिता फायरिंग रेंज में मेरे कोच हैं और घर में पिता! उनके लिए हर ट्रेनिंग लेने वाला एक समान है! उन्होंने कहा कि मैं खुशनसीब हूँ कि मुझे नारायण सिंह राणा जैसे शख्स दादा जी के रूप में मिले! उनकी गोद में बचपन से खेली हूँ और उनकी कथा कहानियां सुनकर हमेशा ही लालायित रही हूँ! अपनी माँ को वह प्रकृति का अनमोल तोहफा मानती हैं और कहती हैं कि माँ सबके लिए एक ऐसा अनमोल तोहफा है जो और कोई हो ही नहीं सकता ! मेरी माँ भी मेरे लिए बेहद ख़ास है!
ज्ञात होकि हाल ही में ऑस्ट्रेलिय में आयोजित जूनियर शूटिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप में देवांशी ने देश के लिए दो स्वर्ण पदक हासिल किये हैं! उन्होंने कहा कि अभी अभी उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की है, अभी तो उन्हें कई मुकाम हासिल करने हैं! वह देश व प्रदेश का नाम हर वक्त विश्व मानचित्र में ऊँचाइयों पर देखना पसंद करती हैं!
देवांशी ऑस्ट्रेलिया से लौटने के पश्चात मुख्यमंत्री, महामहिम राज्यपाल, विधान सभा अध्यक्ष इत्यादि से मिलने गयी और सभी ने उन्हें उनकी दोहरी सफलता पर बधाइयां दी हैं!
वहीँ देवांशी राणा के दादा जी पूर्व मंत्री उत्तराखंड सरकार नारायण सिंह राणा ने कहा है कि उन्हें सिर्फ अपनी नहीं बल्कि पूरे देश की बेटियों पर नाज है जो देश का नाम पूरी दुनिया में रोशन कर रही हैं! उन्होंने हरियाण झज्जर की बेटी मनु भाकर का नाम लेते हुए कहा कि उसकी सफलताओं पर उन्हें नाज है और हरियाणा सरकार ने भी उन्हें हाथों-हाथ लिया! मनु भाकर की सफलताओं पर वहां की सरकार ने उन्हें दो करोड़ इनाम की घोषणा भी की है! यह परिपाटी हमारे राज्य में भी होनी चाहिए ताकि राज्य सरकार के ऐसे प्रोत्साहन से प्रदेश भर के खिलाड़ियों और खेलों के प्रति हम सबका रुझान बना रहे व हम अपने नौनिहालों को खेलों के प्रति जागरूक कर सकें!

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