चकबन्दी विषय पर गरीब क्रांति अभियान के प्रतिनिधि मण्डल की कृषि मंत्री के साथ बैठक, गरीब को विश्वास कि सफल होगी अबकी बार चकबंदी!
चकबन्दी विषय पर गरीब क्रांति अभियान के प्रतिनिधि मण्डल की कृषि मंत्री के साथ बैठक, गरीब को विश्वास कि सफल होगी अबकी बार चकबंदी!
देहरादून 4 अप्रैल! )हि. डिस्कवर)
विधान सभा सभागार में प्रदेश के कृषि, कृषि विपणन, कृषि प्रसंस्करण, कृषि शिक्षा, उद्यान एवं फलोद्योग एवं रेशम विकास मंत्री सुबोध उनियाल की अध्यक्षता में चकबन्दी विषय पर गरीब क्रांति अभियान के प्रतिनिधि मण्डल के साथ बैठक हुई।
बैठक में कृषि मंत्री ने कहा कि पहाड़ में पलायन की समस्या बनी हुई है और जिसके कारण यहां के खेत बंजर हो रहे हैं। सरकार कृषि को रोजगार का माध्यम बनाने के साथ पलायन को रोकने के लिए प्रयास करेगी। उन्होंने पहाड़ में छोटे-छोटे जोत होने कारण अधिक श्रम लगाने पर भी श्रम का मूल्य नहीं मिल पाता जिसके मध्यनजर चकबन्दी के प्रति सरकार गम्भीर है। उनका कहना था कि चकबन्दी कृषि में आर्थिक श्रोत का सशक्त माध्यम बनने के साथ-साथ पलायन रोकने में भी अहम भूमिका निभा सकती है। उन्होंने सचिव राजस्व को निर्देश दिये कि समस्त जिलाधिकारियों एवं मुख्यविकास अधिकारियों को निर्देश जारी करें कि विकासखण्ड स्तर पर होने वाली बीडीसी तथा जिला पंचायत की बैठकों में चकबन्दी पर चर्चा कराई जाये तथा गरीब क्रांति अभियान से जुड़े चकबन्दी विषय जानकार सदस्यों को उनके नजदीक स्थित विकासखण्डों में चर्चा हेतु बुलाया जाये।उन्होंने सचिव राजस्व को चकबन्दी पर नियमावली लाने के भी निर्देश दिय। कृषि मंत्री ने प्रतिनिधि मण्डल के सदस्यों से अनुरोध किया की वे चकबन्दी के लाभ से लोगों को अवगत करायें तथा स्वैच्छिक चकबन्दी अपनाने हेतु प्रेरित करें।
वहीँ चकबंदी आन्दोलन के प्रेणता गणेश सिंह गरीब ने विश्वास जताया कि इस बार भाजपा की प्रदेश सरकार उनके 42 साल पुराने सपने को साकार रूप देने में कोई कोर कसार नहीं छोड़ेगी इस बात का उन्हें विश्वास है. उन्होंने कहा कि उन्होंने कुमाऊ की कमान केवलानन्द जोशी ग्राम झलोड़ी (रानीखेत) को सौंप रखी है जो पूर्व उद्यान विपणन अधिकारी (अरुणाचल) प्रदेश रहे हैं.
केवलानन्द जोशी अपनी ग्राम सभा का पूरा मैप लेकर आये थे. उन्होंने बताया कि उनकी ग्राम सभा में लगभग 250 परिवार हैं जो अपनी 400 नाली के आस पास की जमीन की स्वैच्छिक चकबंदी करना चाहते हैं जिसके लिए वे बर्षों से लगे हुए थे. अब यह सरकार के हाथ में है कि वह इस चकबंदी को कितनी जल्दी मूर्त रूप दे सकती है. उन्होने कहा कि उनकी ग्राम सभा ने इस बात का ख्याल रखा है कि उनकी ग्राम सभा से जुड़ते गॉव भटोडिया, सौन्खोला, खड़गोली, तथा रिखोली की सरहद का रास्ता भी इस चकबंदी से प्रभावित न हो इसलिए उन्होंने ऐसी मपिंग की है कि सभी प्लाट तक सडक / रास्ता पहुंचे जिस से किसी को दिक्कत न हो.
दूसरी ओर गरीब क्रान्ति को बर्षों से दिशा दशा दे रहे वरिष्ठ पत्रकार एल मोहन कोठियाल ने कहा कि गरीब क्रान्ति इसी माह बीरोंखाल व हल्द्वानी में वृहद् रूप से कार्यशाला/सेमीनार आयोजित कर रही है जिसमें कार्यकर्ताओं की बैठक से लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जायेंगे. उन्होंने कहा कि गरीब क्रान्ति ने एक ऐसा जागर बनाया है जिसे वे नाटकों व अन्य माध्यमों में प्रयोग कर जन जागरण का काम करेंगे.
बैठक में अपर मुख्य सचिव डाॅ0 रणबीर सिंह, सचिव राजस्व हरवंश सिंह चुघ, अपर सचिव जे0पी0जोशी, गणेश सिंह गरीब, ललित मोहन कोठियाल, रमेश दत्त उनियाल, केवलानन्द तिवारी, सत्यपाल नेगी, जगमोहन सिंह जिज्ञासू, संजय बुड़ाकोटी, अमित गुसाई सहित अनेक पदाधिकारी उपस्थित थे।