गुड बाय चाइंशील अब सितम्बर में मिलेंगे! चाइंशील ट्रेक ऑफ़ द इयर-2017 अब सितम्बर से!
गुड बाय चाइंशील अब सितम्बर में मिलेंगे! चाइंशील ट्रेक ऑफ़ द इयर-2017 अब सितम्बर से!
आराकोट/देहरादून 18 जून (हि. डिस्कवर)

बेहद रोमांचक लेकिन बेहद चर्चाओं का केंद्रबिंदु रहा उत्तराखंड पर्यटन विभाग का चाइंशील ट्रेक ऑफ़ द इयर-2017 का आखिर आगाज हो ही गया! विगत 10 जून से 17 जून तक देश के लगभग 5 राज्यों से आये ट्रेकर्स की पहली टीम को प्रदेश के काबीना मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने जब झंडी दिखाई तब उत्तरकाशी के बंगाण क्षेत्र बलावट गाँव में उत्सव सा आगाज हुआ. आराकोट क्षेत्र के ग्रामीणों ने जहाँ एक ओर पर्यटन विभाग के नक़्शे पर चाइंशील की उपस्थिति दर्ज होते ही सरकार का आभार धन्यवाद किया वहीँ दूसरी ओर अपनी लोक-संस्कृति के बिखरे रंगों की झलक के साथ अतीत में हुए हादसे को भुलाने की भी जोरदार पहल की!

ज्ञात हो कि चाइंशील ट्रेक ऑफ़ द इयर -2017 के शुरू होने के ऐन कुछ दिन पहले आकाशीय बिजली गिरने से इस क्षेत्र के तीन लोगों की मौत हो गयी थी जिस से गमगीनी का माहौल बन गया था व जन-मानस व पर्यटन तथा उत्तरकाशी जिला प्रशासन असमंजस की स्थिति में था.

कई दौर की बैठकों के बाद आखिरकार जिला प्रशासन व शासन स्तर पर यह निर्णय लिया गया कि निहित तिथि पर ही ट्रेक ऑफ़ द इयर का आगाज किया जाय ताकि जनमानस की आकांक्षाएं भी पूरी हों और ट्रेक भी हो जाय लेकिन मौसम विभाग से मिली चेतावनी व विगत दिनों हुए हादसे से सहमे अधिकारियों ने आपसी विचार बिमर्श से जो निष्कर्ष निकाला वह बेहद सुखद रहा!

पर्यटन बिभाग के अधिकारियों ने जहाँ चाइंशील ट्रेक ऑफ़ द इयर-2017 के आगाज के लिए हर संभव अपनी कोशिशों को जारी रखा वहीँ इसी बर्ष पर्यटन विभाग का द्रोणागिरी ट्रेक ऑफ़ द इयर-2017 सफलता के साथ चल रहा है!
चाइंशील ट्रेक पर गया देश के 5 राज्यों का 21 सदस्यीय दल कल अपने बेसकैम्प बलावट लौट आया जहाँ उनका ग्रामीणों ने पूरे जोश के साथ स्वागत किया! पर्यटन विभाग के आला-अधिकारियों के चेहरे भी इस सफलता पर खिलखिला दिए!
पर्यटन विभाग की संयुक्त निदेशक व नोडल अधिकारी पूनम चंद से हुई दूरभाष पर बातचीत पर उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि यह ट्रेक पर्यटन के मानचित्र पर दर्ज हो गया है . वहीँ दूसरी ओर इस ट्रेक पर ट्रेकिंग के लिए बड़ी संख्या में देश दुनिया के ट्रेकर्स की डिमांड है. लेकिन विभाग ने जिला प्रशासन के साथ बैठक कर यह तय किया है कि आने वाले दिनों में होने वाली बरसात के मौसम विभाग के अनुमान के चलते इसे अब 21 सितम्बर से जारी रखा जाएगा!


उन्होंने बताया कि पर्यटन विभाग में कार्यरत इस क्षेत्र के अनुसचिव देवेन्द्र चौहान द्वारा इसे पर्यटन मैप पर लाने के हर संभव प्रयास किये गए थे जो आखिर सफल हुए.वहीँ एसडीएम पुरोला शैलेन्द्र नेगी ने जानकारी देते हुए कहा कि सितम्बर से पुन: शुरू होने जा रहे इस ट्रेक से इस क्षेत्र के ग्रामीणों को स्वरोजगार मिलेगा. और प्रदेश के राजस्व वृद्धि में यह ट्रेक बेहद सहायक होगा.
ज्ञात होकि विगत 10 जून से 17 जून तक पहला दल चाइंशील भेजने से पूर्व पर्यटन विभाग की एक पूरी टीम इस क्षेत्र में हर संभव कार्य कर रही थी ! पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज व सचिव के दिशा निर्देश पर ईवा आशीष श्रीवास्तव अपर सचिव, गरिमा रौंकली संयुक्त सचिव, देवेद्र चौहान अनु सचिव, पूनम चंद संयुक्त निदेशक/नोडल अधिकारी, एस डीएम शैलेन्द्र नेगी, जिला पर्यटन अधिकारी उत्तरकाशी सहित कई विभागों के संबधित अधिकारी इसे पर्यटन के मानचित्र पर दर्ज करने के लिए हर संभव प्रयासरत थे.