कोरोना संकट में संघ के सेवा कार्य प्रशंसनीय- सतपाल महाराज
देहरादून 9 अप्रैल 2020 (हि. डिस्कवर)
उत्तराखंड के पर्यटन मन्त्री सतपाल महाराज ने गुरुवार को संघ के पदाधिकारियों से कोरोना से उत्पन्न परिस्थितियों से निबटने के लिये फोन द्वारा 90 मिनट तक गहन विचार मंथन किया। उन्होंने कहा कि विश्वव्यापी महामारी के दौरान जिस तरह से आर एस एस पूरे देश में अपनी सेवाएं दे रहा है उसकी खुलेमन से प्रशन्सा की जानी चाहिए।

आरएसएस के पदाधिकारियों के साथ दूरभाष पर जानकारी जुटाते हुए सतपाल महाराज ने बताया कि संघ पूरी निष्ठा के साथ रात-दिन अपनी सेवाएं दे रहा है व इस महामारी से लड़ने के लिये सुझाव व अनुभवों से भी जन साधारण को लाभान्वित कर रहा है ।
सतपाल महाराज ने कहा कि जब- जब देश पर कोई संकट आया हे, संघ के स्वयं सेवकों ने अपने घर,परिवार व प्राणों की चिंता किये बिना गाँव- गाँव,घर-घर जाकर आपदा राहत के लिए लिये काम किया है ।
उन्होने कहा कि कोरोना संकट में उत्तराखंड में दैनिक वेतन भोगी श्रमिकों को भोजन उपलब्ध करवाने में संघ के स्वयं सेवकों द्वारा किया जा रहा उत्कृष्ट सेवा कार्य हम सबके लिये प्रेरणादायक है ।
सतपाल महाराज ने कहा कि देश भर में कोरोना संक्रमण की आहट लगते ही संघ ने वैज्ञानिक सोच का परिचय देते हुए, त्वरित निर्णय लिया और नागपुर संघ मुख्यालय को अस्पताल में परिवर्तित कर दिया।
इस दौरान उन्होंने दूरभाष पर प्रांत संघचालक सरदार गजेंद्र सिंह, सह प्रांत संघचालक डॉ. राकेश भट्ट, क्षेत्र कार्यवाह शशिकांत दीक्षित, प्रांत कार्यवाह दिनेश सेमवाल, सह प्रांत कार्यवाह अनिल मित्तल, श्रीपाल राणा, प्रांत प्रचारक युद्धवीर व सह प्रान्त प्रचारक देवेंद्र से वार्ता कर सारी जानकारी साझा की।
यही नहीं बंगलुरू की राष्ट्रीय प्रतिनिधि सभा की बैठक को भी स्थगित कर दिया था। उन्होंने संघ के सभी संघ शिक्षा वर्गों, उत्सवों व कार्यक्रमों को जून माह तक स्थगित करने के लिये सर संघचालक मोहन भागवत को साधुवाद दिया।
उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में कोरोना के बढ़ते मरीजों को देखते हुए हर जिले के जिला प्रशासन को और अधिक सतर्क व सक्रिय होना होगा। उन्होनें सभी धर्म, सम्प्रदाय व मत के अनुयायियों से कोरोना महामारी से लड़ने में प्रदेश सरकार का सहयोग करने की बात कही।
संघ पदाधिकारियों से वार्ता के क्रम में हरिद्वार के प्रभारी मन्त्री ने कहा कि इस संकट की घड़ी में जन प्रतिनिधियों व अधिकारियों का पीड़ित जनता के साथ खड़ा होना चाहिये। राशन वितरण व स्वास्थ सुरक्षा के उपाय प्राथमिकता में रख कर ही कोरोना से बचाव संभव है ।
महाराज ने संघ पदाधिकारियों को बताया कि प्रदेश में डाक्टर व नर्सिंग स्टाफ की कमी नहीं रहने दी जायेगी। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के पर्वतीय इलाकों मे जनजीवन को सामान्य बनाने के लिये ठोस प्रयास चल रहे हैं । महाराज ने कहा कि चार धामों के कपाट तय समय में खुलेंगे, लेकिन यात्रा का स्वरुप देश-विदेश की परिस्थितियों को देखकर केंद्र के निर्देशों के बाद ही तय होगा। उन्होने भोजन वितरण की सेवा में लगे स्वयं सेवकों व संस्थाओं से मास्क,दस्ताने पहनने व सोशल डिस्टेसिंग बनाये रखने का अनुरोध भी किया।
