कोरोना संकट-पौड़ी के द्वारीखाल की भूखी मुर्गियों को मिला दाना- पानी।
(वरिष्ठ पत्रकार अविकल थपलियाल की कलम से)
बेजुबान की मदद में DM पौड़ी गर्ब्याल जी की त्वरित पहल।

मेरी एक fb post पर श्री बन्धु चौधरी ने अपनी समस्या लिखी। पौड़ी गढ़वाल के द्वारीखाल ब्लॉक के सिरस्वालगांव में बन्धु चौधरी ने रिवर्स पलायन पर चलते हुए पोल्ट्री फार्म (pls see poultry farm pics, 450 मुर्गियां हैं) खोला। यही उनके रोजगार का जरिया है। इधर, कोरोना के बढ़ते खतरे के बाद हुए lockdown से मुर्गियों के समक्ष चारे-दाने का संकट पैदा हो गया। बन्धु चौधरी ने आज मेरी fb post पर अपनी समस्या लिखी।

मैंने तत्काल पौड़ी के प्रभारी मंत्री हरक सिंह रावत व पौड़ी के DM श्री गर्ब्याल जी को whatsapp में समस्या के निदान का अनुरोध किया। DM pauri श्री गर्ब्याल जी ने तुरंत सम्बंधित अधिकारी श्री barthwal जी को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए मुझे भी सूचित किया। पॉल्ट्री farm के बन्धु चौधरी से अधिकारी बर्थवाल जी की फोन पर सीधे बात भी हो गयी। और द्वारीखाल ब्लाक की भूखी बेजुबान मुर्गियों के लिए दाने-चारे की व्यवस्था का रास्ता भी निकल गया।
शुक्रिया DM पौड़ी । (संलग्न स्क्रीन शाट)।
इस बीच, कोरोना संकट के समय दिल्ली में फंसे उत्तराखंडियों को लाने के लिए सरकार ने मशक्कत शुरू की थी। यह बात भी प्रमुखता से सामने आई कि जिन अधिकारियों के नंबर फ़्लैश किये गए वो उठे ही नही। इन अधिकारियों के गैर जिम्मेदाराना व्यवहार से त्रिवेंद्र सरकार को भी किरकिरी का सामना करना पड़ा।
ऐसे सुस्त अधिकारियों की जमात में उत्तराखंड में कुछ ऐसे संवेदनशील अधिकारी भी है जो respond करने में पल भर की देरी भी नही लगाते। इस कोरोना दैत्य की छाया में पुलिस-प्रशासन से जुड़े कई अधिकारी-कर्मचारी मौके की नजाकत को समझते हुए बेहद शानदार काम कर रहे हैं। इनके अलावा दर्जनों स्वंयसेवी संस्थाएं व निजी स्तर पर भी लोग मदद को आगे आये हैं। आसन्न कोरोना संकट के ऐसे समर्पित योद्धाओं को सलाम।