केदारनाथ पुलिस की ब्रह्म वाटिका में खिले ब्रह्मकमल, उगी राई , मूली व आलू कौतुहल का बिषय!
मनोज इष्टवाल की कलम से-
उंचाई 11,500 फिट! अक्सर 6 से 8 माह तक बर्फ से आच्छादित क्षेत्र ! जहाँ इन महीनों में मानव शक्ल देखनी दुर्लभ हो और ऐसे समय किसी पुलिसकर्मी की तैनाती यहाँ कर दी गयी हो जब पूरा केदारनाथ क्षेत्र शमशान में तब्दील रहा हो तब उस पुलिस कर्मी ने कैसी बिषम परिस्थिति में अपने कार्य को अंजाम दिया होगा यह उसकी अंतर्रात्मा ही जानती होगी!
सब इंस्पेक्टर विपिन पाठक को केदार आपदा के बाद जब 2013 में तैनाती मिली तब यहाँ चौकी व्यवस्थित कर अपने सहयोगी पुलिस कर्मियों को यहाँ पैर जमाये रखने की उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती रही है! विपिन पाठक ने अपनी कार्यकुशलता और सूझबूझ से न सिर्फ केदारनाथ में स्थापित चौकी प्रबन्धन की जिम्मेदारी बेहद कुशलता से निभाई अपितु यहाँ ब्रह्म वाटिका में रुद्राक्ष के पेड़ लगाने शुरू किये. मात्र 4 बर्षों में ही पुलिस टीम के पसीने से सिंची इस ब्रह्म वाटिका में ब्रह्म कमल लहलहाने लगे है
(एस आई विपिन पाठक को सम्मान)
यहाँ सब्जी की किल्लत को दूर करने के लिए बिपिन पाठक व उनकी टीम ने सब्जी उगाकर सबको हतप्रभ कर दिया क्योंकि इतनी उंचाई पर सिर्फ बुग्याली घास ही उगती है लेकिन इस टीम ने यहाँ राई, मूली और आलू उगाकर साबित कर दिया कि लगन व मेहनत का प्रतिफल एक न एक दिन अवश्य मिलता है.
वर्तमान में इस ब्रह्म वाटिका को देखने कई श्रद्धालु जाते हैं व पुलिस टीम की इस मेहनत के आगे नतमस्तक हो जाते हैं. ब्रह्म वाटिका में खिलने वाले ब्रह्म कमल व अन्य पुष्पों के बारे में सबका कहना है कि यह बाबा केदार की ही कृपा है कि इतनी उंचाई में यह सब पैदा हो रहा है.
बेहद जीवट शख्सियत के धनी एसआई विपिन पाठक की तैनाती देहरादून पटेल नगर में की गयी लेकिन उन्होंने बाबा केदार की शरण में रहना ही उचित समझा और तो और उन्होंने वासुकी ताल तक वासु पाली अभियान चलाया जो केदारनाथ से लगभग 9 किमी. दूर है व हिमालयी क्षेत्र में ट्रेकर्स, व धार्मिक श्रधालुओं द्वारा फैलाया गया कूड़ा उठान अभियान चलाया. इस अभियान को गति देने वाले उनके सहपाठी सिपाहियों में संदीप राणा, दिगंबर सिंह,अजय जोशी, बलबीर सिंह, कमल किशोर, महेंद्र सिंह, पंकज सिंह व सुरजीत सिंह इत्यादि के कठोर परिश्रम का प्रतिफल ही है कि केदारभूमि के श्रृंगार में ये जवान कोई कोर कसर नहीं छोड़ते हैं.
दिन भर यात्रियों की हर व्यवस्था की जिम्मेदारियों के बावजूद आराम के पलों में केदार भूमि पर ब्रहम वाटिका की स्थापना करने वाली इस टीम के कार्यों से विभाग कितना खुश है यह तो कहा नहीं जा सकता लेकिन मीडिया की नजरों से दूर इन लोगों के निरंतर प्रयास का हि प्रतिफल है कि देश के गृह मंत्री राजनाथ सिंह इस ब्रह्म वाटिका में पहुंचे व उन्होंने इस प्रयास के लिए विपिन पाठक की पीठ थपथपाई! इस पुलिस टीम से पूरा पंडा समाज भी बेहद खुश है व उनके कार्यों की वे भी प्रशंसा किये बिना नहीं रह पाते. सरकारी तंत्र में रहकर अपनी कार्य-कुशलता का परिचय देने हर एक कर्मी के लिए बेहद टेडी खीर होता है क्योंकि उसके कार्यों पर किसी की भी नजर नहीं पड़ती लेकिन वह कार्य हि क्या जिसके लिए खुद इश्वर ये न पूछे कि तेरी रजा क्या है! ऐसे कर्मयोगी को मेरा सलूट