कुम्भ व अर्द्ध कुम्भ को देखते हुए हरिद्वार के लिए ठोस नीति बनाए जाने पर जोर!
कुम्भ व अर्द्ध कुम्भ को देखते हुए हरिद्वार के लिए ठोस नीति बनाए जाने पर जोर!
देहरादून 07 अप्रैल (हि.डिस्कवर)
प्रदेश के शहरी विकास, आवास, राजीव गांधी शहरी आवास, जनगणना, पुनर्गठन एवं निर्वाचन मंत्री मदन कौशिक ने अपने कक्ष में हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण की बैठक की।
बैठक में उन्होंने सचिव हरिद्वार विकास प्राधिकरण अरविन्द पाण्डेय को निर्देश दिये कि वे विभिन्न राज्यों के प्राधिकरणों का अध्ययन करते हुए हरिद्वार के लिए एक ऐसी ठोस योजना तैयार करें जो, 25 वर्ष तक सम्भावित आबादी एवं पर्यटकों की संख्या को ध्यान में रखकर बनायी जाये। उन्होंने कहा कि प्रति 6 तथा 12 वर्ष के अन्तराल में हरिद्वार में क्रमशः अर्द्धकुम्भ तथा कुम्भ मेले का आयोजन होता है। जिसको देखते हुए हरिद्वार के विकास की ठोस कार्ययोजना बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने इस कार्य का अध्ययन करने के लिए विभिन्न राज्यों के प्रसिद्ध प्राधिकरणों का भी अध्ययन करने हेतु सम्बन्धित तकनीकि अधिकारियों के भ्रमण कराने के निर्देश दिये। उन्होंने हरिद्वार में कतिपय स्थानों में वर्षा के दौरान जल भराव की स्थिति को ध्यान में रखकर उसका निस्तारण की योजना भी शामिल करने के निर्देश दिये।
उन्होंने हरिद्वार नगर पालिका परिसर में उपलब्ध भूमि पर अवस्थापना विकास करने के लिए भी प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये। प्रस्ताव में व्यवसायिक केन्द्र, पार्किंग स्थल, शाॅपिंग कम्पलेक्स आदि को भी शामिल करने के निर्देश दिये जो, नगर निगम के लिए आर्थिक स्रोत का संसाधन बन सके। उन्होंने रूड़की में ट्राॅन्सपोर्टनगर परियोजना का भी प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये। प्रस्ताव में विशेषज्ञ संस्थाओं निदेशक सी0बी0आर0आई0, हाईड्रोइस्टीटूट हरिद्वार विकास प्राधिकरण के अभियन्ताओं को शामिल करने के निर्देश दिये।