कहीं राजनैतिक सगल तो नहीं है गैरसैण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करना।
देहरादून 14 दिसम्बर 2017 (हि. डिस्कवर)
भाजपा अध्यक्ष अजय भट्ट ने बयान दिया है कि गैरसैण ग्रीष्मकालीन राजधानी होगी।
क्या भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट का बयान इसे घोषित करने के लिए उपयुक्त होगा या फिर यह बयान सरकार के लिए सिरदर्द बन रहे उस आंदोलन को समाप्त भर करने की एक कूटनीति है? प्रश्न बड़े हैं लेकिन सवाल यह है कि इसे आधिकारिक माना जा सकता है। क्या प्रदेश अध्यक्ष इस घोषणा को सरकारिक तौर पर करने के लिए सक्षम हैं।
वहीं पार्टी अध्यक्ष ने जो बयान दिया है वह पेचीदा सा लग रहा है। भाजपा कार्यकारिणी ने इसे ग्रीष्म कालीन राजधानी घोषित करने का निर्णय लिया है लेकिन कब? यह साफ नहीं है।
वहीं सूत्रों का कहना है कि हंस फाउंडेशन गैरसैण ग्रीष्म कालीन राजधानी अवस्थापना हेतु हर सम्भव सहायता करेंगे।भाजपा अध्यक्ष का यह बयान ऐन तब आया है जब आंदोलनकारियों ने सरकार को दमखम दिखाना शुरू कर दिया।
कहीं यह बयान अपनी जमीन खसकते देख तो नहीं किया गया। क्योंकि हाल ही में गैरसैण में शीतकालीन विधान सभा सत्र के बाद संसदीय कार्य मंत्री प्रकाश पंत ने स्पष्ट किया था कि उनके पास ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है।