ओहो…आज शादी होते होते रह गयी..! शुक्र है समय पर आ गया वो?
ओहो…आज शादी होते होते रह गयी..! शुक्र है समय पर आ गया वो?
(मनोज इष्टवाल)
2003 से जिसे सपनों के फलक पर देखने के लिए हर समय आँखें फैलती सिकुडती रही हैं आज अचानक जब देखा कि उसकी शादी उसकी इच्छा के विरुद्ध हो रही है तब बड़ा बुरा लग रहा था. शुक्र हुआ मधु कि अंतिम समय में वो चाहने वाला मंडप में पहुँच गया और शायद शादी रुक गयी! लेकिन कैसे मानूं कि रुक गयी! तब तक तो 9 बज गए और सारा मूड चौपट हो गया!
हा हा हा हा…बहुत दिनों से सोच रहा था कि पहले देहरादून की इस बेटी की सीरियल चन्द्रकान्ता देखता हूँ लेकिन आज तक फुर्सत नहीं निकाल पाया था. विजय पन्त तुली दीदी की यह होनहार बेटी मुझे तब से ही मामा कहती रही रही है जब से वह फिल्म इंडस्ट्री में पहला कदम रखने मिस उत्तराखंड की प्रतियोगिता में शामिल हुई थी. बाद में इसी को अपना कैरियर बना देने वाली मधुरिमा तुली पन्त आज सफलता की उन ऊँचाइयों पर है जहाँ हम सब बौने लगते हैं लेकिन मधु ने आज भी अपनी जमीन नहीं छोड़ी. आज भी वह उतनी ही प्यारी और मासूम है जितनी आज से 14 साल पहले थी.
देहरादून से मधुरिमा तुली पन्त जब मायानगरी पहुंची तो पलटकर पीछे नहीं देखा . हिंदी सीरियल कस्तूरी में तनु की भूमिका हो या फिर श्री, झांसी की आणि की गायत्री, रंग बदलती ओड्नी, कुमकुम भाग्य विधाता या वर्तमान में कलर्स की चन्द्रकांता की भूमिका हर जगह मधुरिमा ने अपने को साबित किया! हिंदी और दक्षिण भारत की कई फिल्म करने वाली मधु ने शुरूआती दौर में बचना हसीनो, टॉस, कालो, क्या करें क्या न करें, वार्निंगगुंजन, बेबी, सिगरेट की तरह जैसी कई फिल्मों में अपनी अभिनय क्षमता से लोहा मनवाया!
कलर्स पर आज बर्षों बाद मधुरिमा के अभिनय को देखने का समय मिला. आज कलर्स में नौगढ विजयगढ़ के आपसी ध्वन्ध में मधुरिमा की शादी का सीन चल रहा था. शादी होते होते रुक गयी या फिर होगी ये आने वाले दिन पता लगेगा फिलहाल मधुरिमा के अभिनय ने दिल खुश कर दिया.