एम्स के स्वास्थ्य कैम्प में बर्षाकाल के डेंगू, चिकनगुनिया, टायफाइड, डायरिया जैसी बीमारियों का इलाज व जागरूकता अभियान।
ऋषिकेश 31 जुलाई 2019 (हि.डिस्कवर) अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश व सेवा-टीएचडीसी के संयुक्त तत्वावधान में नगर के नंदू फार्म क्षेत्र में स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया,जिसमें 270 मरीजों की जांच व उपचार किया गया। एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने बताया कि संस्थान का आउटरीच सेल टीएचडीसी- सेवा के सहयोग से विभिन्न मलीन बस्तियों व सूदूरवर्ती चिकित्सा सुविधाविहीन क्षेत्रों में नियमित स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से जरुरतमंद व गरीब लोगों को चिकित्सा सुविधाएं मुहैया करा रहा है।

निदेशक प्रो. रवि कांत ने बताया कि चयनित किए गए इलाकों में इन दिनों स्वास्थ्य शिविरों के जरिए लोगों को वेक्टर जनित रोगों जैसे डेंगू, चिकनगुनिया एवं जल जनित डायरिया, टायफाइड जैसी बीमारियां जो कि वर्षाकाल में होने वाली खतरनाक बीमारियां हैं, इसके प्रति लोगों को जागरुक किया जा रहा है। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने बताया कि शिविर के बाद मरीजों का सात दिनों तक घर-घर जाकर उनके स्वास्थ्य का नियमित परीक्षण किया जाता है और गंभीर बीमार रोगियों को क्षेत्र में कार्यरत मेडिकल सोशल वर्कर के माध्यम से संस्थान के कम्यूनिटी एंड फेमिली मेडिसिन विभाग के जरिए उपचार की व्यवस्था की गई है। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने बताया कि संस्थान की ओर से पीपलकोटी (चमोली), नारायणकोटी (रूद्रप्रयाग), हरिद्वार व मुजफ्फरनगर के सुदूरवर्ती गांवों, ऋषिकेश नगर क्षेत्र की समीपवर्ती मलीन बस्तियों कृष्णानगर कॉलोनी, नंदूफार्म, इंदिरानगर, सर्वहारानगर, प्रगति विहार, रायवाला आदि इलाकों में नियमिततौर पर स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर जरुरतमंद लोगों को चिकित्सा सुविधाएं दी जा रही हैं। संस्थान के आउटरीच सेल के नोडल अधिकारी डा. संतोष कुमार ने बताया कि वर्षाकाल में अब तक सुदूरवर्ती इलाकों के करीब 100 मरीजों को ब्ल्यू कार्ड के माध्यम से विशेष स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा रही हैं। उन्होंने बताया कि बुधवार को शिविर में करीब 270 मरीजों की जांच की गई, जिनमें अधिकांश रोगी डाइबिटीज, हाईपरटेंशन, टीनिया (फंगल इन्फेक्शन) आदि रोगों से ग्रस्त पाए गए। शिविर के आयोजन में सेवा-टीएचडीसी के महाप्रबंधक राजेश्वर गिरि, एम्स के डा. मोहित, डा. ममता, डा. जूली,डा. सौरभ, डा. दीक्षा, नर्सिंग ऑफिसर आकाश जाधव, एमएसडब्ल्यू गौरव, सुरेश, प्रशंसा, प्रकाश चंदोला, आशीष भारती आदि ने सहयोग किया।